रायपुर 22 जनवरी।छत्तीसगढ़ के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने अधिकारियों को प्रत्येक जिले से गौठान एवं चारागाह के लिए मॉडल ग्राम के बनाने के लिए सभी विकासखण्डों में 15 प्रतिशत ग्रामों का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए है।
श्री सिंहदेव ने ठाकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्था निमोरा में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला और जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिया।पंचायत मंत्री ने अधिकारियों से ’नरवा, गरवा, घुरवा अउ बारी’ को सहेज कर छत्तीसगढ़ की संस्कृति एवं संसाधनों को बनाए रखने का आव्हान किया। श्री सिंहदेव ने कहा कि नरवा अर्थात जल संसाधन, गरवा अर्थात पशु संसाधन एवं घुरवा अर्थात जैविक खाद और बारी अर्थात इन सभी संसाधनों के सदउपयोग से उत्पादकता को बढ़ाकर लाभ पहुंचाना है।
उन्होंने कहा कि गौठान एवं चारागाह के लिए 10 दिवस के भीतर भूमि का चिन्हांकन कर जिला कलेक्टर के माध्यम से आवंटित करा लिया जाए।अपर मुख्य सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग आर.पी.मण्डल ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दुर्ग को निर्देशित किया कि पाटन विकासखण्ड के चार ग्राम पंचायत को इस कार्य के लिए चिन्हांकित कर मॉडल के रूप में विकसित किया जाए। इसमें मनरेगा, समग्र विकास और कृषि विभाग की योजनाओं से अभिसरण कर पशु के लिए गौठान एवं चारागाह जिसमें नेपियर ग्रास जैसे चारा वाली फसलों को लगाने के लिए निर्देशित किया गया।
समीक्षा के दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री और अपर मुख्य सचिव द्वारा प्रदेश के सभी 27 जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं 146 जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा गया कि प्रदेश की 10 हजार 978 ग्राम पंचायतों में यह कार्य 2 से 3 वर्षो के भीतर कराया जाना है। समीक्षा बैठक में संचालक पंचायत श्री कार्तिकेय गोयल और विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।