
भोपाल 31 मई।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर देश के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी सफलता करार देते हुए कहा कि भारत किसी भी तरह का परोक्ष युद्ध बर्दाश्त नहीं करेगा और ऐसी किसी भी आतंकी कार्रवाई से सख्ती से निपटा जाएगा।
श्री मोदी आज यहां जम्बूरी मैदान में लोकमाता देवी अहिल्या बाई की 300वीं जयंती पर आयोजित महिला सशक्तीकरण महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सिंदूर भारत की वीरता का प्रतीक बन गया है। आतंकवादियों ने नारी शक्ति को चुनौती दी थी, लेकिन यही चुनौती उनके लिए और उनके आकाओं के लिए घातक साबित हुई। हमारी सेना ने सैकड़ों किलोमीटर भीतर जाकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।
उन्होने कहा कि देश के एक सौ चालीस करोड़ लोगों ने स्पष्ट संदेश दिया है कि अब अगर गोली चली तो जवाब गोले से दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब हम आतंकवादियों और उनकी मदद करने वालों को घर में घुसकर मारेंगे।
सरकार की जनकल्याण योजनाओं का उल्लेख करते हुए श्री मोदी ने कहा कि हमारी सरकार लोकमाता अहिल्याबाई के नागरिक देवो भव: मत्र को भी शासन में अपना रही है। हमारी सरकार महिला नेतृत्व में विकास के दृष्टिकोण को मुख्य आधार बना रही है। सरकार की हर बड़ी योजना में महिलाओं की भूमिका मुख्य है।
उन्होंने कहा कि अहिल्याबाई होल्कर ने हमेशा सुशासन पर बल दिया। उन्होंने गरीबों के लिए भोजन की व्यवस्था करने के साथ ही शिक्षा पर भी जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ढाई सौ से तीन सौ वर्ष पहले जब भारत दासता की जंजीरों में बंधा था तभी उन्होंने इतना महान कार्य किया, जिसे आज भी याद किया जा रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई ने कभी भी प्रभुसेवा और जनसेवा में अंतर नहीं किया। देवी अहिल्याबाई इस तथ्य का प्रमाण हैं कि इच्छाशक्ति और सच्ची लग्न से कैसी भी विपरीत स्थिति में वांछित परिणाम प्राप्त किये जा सकते हैं।
इस आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री ने इंदौर मेट्रो के पहले चरण, सतना और दतिया हवाई अड्डों सहित कई बुनियादी परियोजनाओं का उद्घाटन किया। दतिया हवाई अड्डा साठ करोड़ की लागत से 124 एकड़ में बनाया जाएगा, जबकि सतना हवाई अड्डे पर 37 करोड़ खर्च होंगे।
श्री मोदी ने एक हजार दो सौ 71 अटल ग्राम सेवा सदनों के निर्माण की पहली किस्त भी जारी की। इनसे ग्राम पंचायतों के लिए स्थायी कार्यालय बन सकेंगे और अटल ग्राम सुशासन भवन भी बनाये जा सकेंगे।