मरवाही 05 मार्च।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कहा कि मरवाही पेंड्रा की बिलासपुर जिला मुख्यालय से दूरी बहुत है।नागरिकों की समस्याओं को देखते हुए और उन्हें प्रशासनिक संरचनाओं के माध्यम से शासकीय योजनाओं और कार्यक्रमों से लाभ दिलाने की दृष्टि से पेंड्रा-मरवाही को जिला बनाने की कार्रवाई की जाएगी।
श्री बघेल ने मरवाही के लोहारी में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार युवाओं के लिए तेजी से कार्य कर रही है। युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 15 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। प्रत्येक परिवार को 35 किलो चावल और परिवार के अतिरिक्त प्रति व्यक्ति को 7 किलो चावल दिया जाएगा। सरकार ने अप्रैल माह से 400 यूनिट तक बिजली बिल भी आधा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसानों और गरीबों के लिए संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है। ग्रामीण और सहकारी बैंक के बाद अब हमने राष्ट्रीकृत बैंक से लिये गए अल्पकालीन कृषि ऋण को भी माफ कर दिया है। छत्तीसगढ़ के किसानों की स्थिति बेहतर बनाने के लिए सरकार नरवा, गरवा,घुरवा और बाड़ी पर तेजी से काम कर रही है।सरकार को उद्देश्य कृषि लागत को कम करना है।
कार्यक्रम में कृषि और उद्यानकी विभाग द्वारा अक्षय चक्र एवं नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी का मॉडल प्रस्तुत किया गया।समाज कल्याण विभाग द्वारा 41 दिव्यांगों को मोटराइज्ड ट्रायसाईकिल वितरित की गई।