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उत्तरकाशी के धराली में बादल फटने से तबाही, अब तक 4 लोगों की मौत की पुष्टि

उत्तरकाशी (उत्तराखंड), 5 अगस्त । उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में सोमवार को बादल फटने से आई भीषण बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। जिला प्रशासन और सेना राहत व बचाव कार्यों में जुट गई है। इस आपदा में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य के मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।

भारी नुकसान, होटल और घर बर्बाद

बाढ़ के चलते धराली बाजार के कई होटल, दुकानें, और होमस्टे पूरी तरह से मलबे में दब गए हैं। 20 से 25 व्यावसायिक प्रतिष्ठान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। इसके साथ ही गांव के कई घर भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। प्राचीन कल्प केदार मंदिर के भी मलबे में दबने की खबर है।

सेना और आपदा प्रबंधन की टीम राहत कार्य में जुटी

भारतीय सेना की आईब्रेक्स ब्रिगेड, आईटीबीपी और एनडीआरएफ की टीमें राहत कार्य में सक्रिय हैं। सेना ने जानकारी दी है कि बाढ़ के दौरान 8-10 जवान लापता हैं, लेकिन इसके बावजूद राहत कार्यों में पूरी ताकत झोंकी जा रही है।

हेल्पलाइन नंबर जारी

जिला प्रशासन ने नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:
📞 01374-222126
📞 01374-222722
📱 9456556431

मुख्यमंत्री धामी ने छोड़ा दौरा, पीएम और गृहमंत्री भी सक्रिय

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आंध्र प्रदेश का अपना दौरा बीच में छोड़कर देहरादून लौटने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य और केंद्र की टीमें युद्ध स्तर पर राहत और बचाव कार्य कर रही हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर गहरी संवेदना जताते हुए कहा कि प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद दी जाएगी। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री से बात कर आईटीबीपी की तीन और एनडीआरएफ की चार टीमों को मौके पर भेजने के निर्देश दिए हैं।

स्वास्थ्य सेवाएं अलर्ट पर

घायलों के इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश और देहरादून के अस्पतालों में विशेष बेड आरक्षित किए गए हैं। मौके पर एम्बुलेंस भी भेजी गई हैं।

गंगोत्री हाईवे बंद, सेना कैंप में भी घुसा पानी

खीर गाड़ और तेलगाड़ नदियों के उफान पर आने से गंगोत्री हाईवे बंद हो गया है और हर्षिल सेना कैंप में भी पानी घुसने की खबर है, जिससे हालात और अधिक गंभीर हो गए हैं।