
रायपुर, 06 सितंबर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज रायपुर स्थित एम्स में मध्य भारत के पहले शासकीय रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम ‘देव हस्त’ का शुभारंभ किया।
श्री साय ने इस मौके पर कहा कि “रोबोटिक सर्जरी छत्तीसगढ़ में चिकित्सा सुविधाओं के विकास में एक नया आयाम है। यह ऐतिहासिक क्षण प्रदेश की जनता को बेहतर और अत्याधुनिक उपचार दिलाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।”मुख्यमंत्री ने स्वयं ‘देव हस्त’ पर पहला ड्राई लैब डिसेक्शन कर इस तकनीक की औपचारिक शुरुआत की। यह सिस्टम न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि अन्य राज्यों के मरीजों को भी लाभान्वित करेगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने मरीजों के परिजनों के ठहरने हेतु सर्व-सुविधायुक्त परिजन निवास निर्माण की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि दूर-दराज से आने वाले परिजनों के लिए यह व्यवस्था बेहद आवश्यक है।
श्री साय ने बताया कि जब रायपुर एम्स की स्वीकृति मिली थी, तब वे सांसद थे और उन्होंने ही प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से छत्तीसगढ़ में एम्स की स्थापना का आग्रह किया था।उन्होने कहा कि उनकी सरकार आने के बाद बीते 20 महीनों में राज्य में पाँच नए मेडिकल कॉलेजों को स्वीकृति दी गई है और नवा रायपुर में 5,000 बिस्तरों की क्षमता वाली मेडिसिटी का निर्माण जारी है। प्रदेश में अब कुल 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत और वय वंदन योजना के माध्यम से गरीब और वरिष्ठ नागरिकों को निःशुल्क इलाज की सुविधा मिल रही है।स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस मौके पर कहा कि “रोबोटिक सर्जरी आधुनिक चिकित्सा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे सर्जरी में गुणवत्ता और क्षमता कई गुना बढ़ेगी।”