रायपुर 19 जनवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने असम के उद्यमियों को छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए आमंत्रित किया है।
असम के दौरे पर गए श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ में विनिर्माण और संबद्ध क्षेत्रों में पूंजी निवेश को बढ़ावा देने के लिए उत्तर पूर्व क्षेत्र के विभिन्न औद्योगिक संगठनों और उद्योगों के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर यह आमंत्रण दिया।
उन्होने औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों को बताया कि छत्तीसगढ़ की नई उद्योग और व्यापार अनुकूल नीतियों के कारण राज्य की अर्थव्यवस्था कृषि, लोहा, इस्पात, सीमेंट और थर्मल पावर जैसे संपन्न कोर सेक्टर उद्योगों और छोटे और मध्यम श्रेणी के उद्योगों के प्रारंभ होने के कारण काफी बढ़ी है।
पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रतिनिधियों ने उत्तर पूर्व क्षेत्र के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मनोज कुमार दास और उप निदेशक, पीएचडी चैम्बर उत्तर पूर्व क्षेत्र एस.के. हजारिका के नेतृत्व में श्री बघेल से मुलाकात की और छत्तीसगढ़ में पूंजी निवेश की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया।मुलाकात के दौरान आईआईएम कलकत्ता इनोवेशन पार्क इनक्यूबेटर के मुख्य परिचालन अधिकारी प्रांजल कोंवर बताया कि वे पहले से ही 36 आईएनसी (छत्तीसगढ़ राज्य इनक्यूबेटर) के साथ काम कर रहे हैं। ग्रीन वैली राइस टेक प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक आशीष कुमार बजाज ने भी कई क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ में निवेश करने में अपनी रुचि दिखाई।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के प्रतिनिधियों ने उत्तर पूर्व परिषद के सह अध्यक्ष अभिजीत बरूआ और सीआईआई के निदेशक शांता सरमा के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। इस दौरान श्री बघेल ने छत्तीसगढ़ में उद्योग और व्यापार को बढ़ावा देने की राज्य सरकार की नीति और पूंजी निवेश आकर्षित करने के लिए भविष्य की योजना पर प्रकाश डाला। फेडरेशन ऑफ इंडस्ट्री एण्ड कॉमर्स और नॉर्थ ईस्टर्न रीजन के निदेशक श्री बिस्वजीत हजारिका, भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ (फिक्की) के प्रतिनिधि और बीएमजी इन्फॉरमेटिक्स के सह-संस्थापक जॉयदीप गुप्ता और मोनोजीत भट्टाचार्जी ने भी गुवाहाटी में मुख्यमंत्री से मुलाकात की।
श्री बघेल ने राज्य में निवेश के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों जैसे कि खाद्य प्रसंस्करण, इथेनॉल, रत्न और आभूषण, लघु वनोपज आदि के बारे में प्रकाश डाला। उन्होंने छत्तीसगढ़ की भूमि दरों और पट्टे के किराए में राज्य सरकार द्वारा दी गई रियायतों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ ने पिछले दो सालों में उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कई प्रगतिशील कदम उठाए हैं, जिससे भारत में सबसे पसंदीदा निवेश स्थलों के रूप में छत्तीसगढ़ भी उभरा है।