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जनरल सिगदेल कौन हैं, जिनपर है नेपाल को एकजुट रखने की जिम्मेदारी

नेपाल अपने सबसे गहरे राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे समय में सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिगदेल एक प्रमुख चेहरे के तौर पर उभरे हैं, जो विभाजित नेपाल को एकजुट रख सकता है। आइये जानते हैं जनरल अशोक राज सिगदेल कौन हैं और नई सरकार के गठन में उनकी क्या भूमिका हो सकती है।

भारत- चीन में हुई है सैन्य शिक्षा

त्रिभुवन विश्वविद्यालय से एमए करने वाले जनरल सिगदेल ने भारत और चीन के सैन्य कार्यक्रमों में प्रशिक्षण हासिल हासिल किया है। उन्होंने चीन की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी से स्टेट्रेजिक स्टडीज में मास्टर्स किया है। नेपाल, भारत और चीन में उनकी गहन सैन्य ट्रेनिंग हुई है।

सिगदेल ने भारत के सिकंदराबाद स्थित कालेज आफ डिफेंस मैनेजमेंट से डिफेंस मैनेजमेंट का कोर्स किया है। नेपाल के नागरकोट और आर्मी कमांड में एडवांस्ड कोर्स ने उनकी पेशेवर सैन्य शिक्षा को मजबूत बनाया।

ओली के इस्तीफे के बाद सेना ने संभाली कमान

आठ सितंबर को प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद नेपाल में पावर वैक्यूम की स्थिति पैदा हो गई। इसके बाद सेना ने कानून एवं व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाली। सेना प्रमुख ने छात्रों से शांति की अपील की।

उन्होंने युवा प्रदर्शनकारियों से हिंसा छोड़ कर बातचीत के लिए आगे आने को कहा। सेना प्रमुख ने नागरिकों की जान माल की सुरक्षा के लिए सेना की प्रतिबद्धता भी दोहराई। खबरों के मुताबिक सेना प्रमुख जनरल अशोक राज सिगदेल ने ही और खूनखराबा रोकने के लिए ओली को पद छोड़ने की सलाह दी थी।

सैन्य राजनयिक की भूमिका

सिगदेल ने अपने करीब चार दशक के करियर में बटालियन, ब्रिगेट और डिवीजन कमांड करने के अलावा डायरेक्टर आफ मिलिट्री आपरेशन के तौर पर भी सेवा दी है। उन्होंने 2019 में कोविड क्राइसिस मैनेजमेंट सेंटर की अगुआई भी थी।

2022 में सिगदेल ने यूएस नेपाल लैंड फोर्स टाक में नेपाल का प्रतिनिधित्व किया और सैन्य राजनयिक की भूमिका निभाई। 2023 में उनको लेफ्टिनेंट जनरल के पद पर प्रोन्नत किया गया और सितंबर 2024 में 45वें सेना प्रमुख प्रमुख नियुक्त किए जाने से पहले सिगदेल सेना के उप प्रमुख के तौर पर भी काम कर चुके हैं।

सरकार के गठन में भूमिका

आंदोलित छात्र अपनी मांगों और नए नेतृत्व को लेकर सेना से बातचीत कर रहे हैं। माना जा रहा है कि नेपाल की नई सरकार कैसी होगी और इसका नेतृत्व कौन करेगा, यह तय करने में सेना प्रमुख जनरल सिगदेल की अहम भूमिका होगी।

नेपाल की सेना की ताकत

गोला बारूद और दूसरे सैन्य उपकरण का प्रमुख आपूर्तिकर्ता है भारत
जर्मनी, अमेरिका, बेल्जियम, इजरायल और दक्षिण कोरिया से मिलते हैं हथियारों
अमेरिका की एम 16 राइफल से लैस की गई नेपाल की सेना 2002 में
सेना में आने पहले थे राष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाज

अशोक राज सिगदेल का जन्म 1 फरवरी, 1967 को लुंबिनी प्रांत के रूपानदेही जिले में हुआ था। नेपाल की सेना में सर्वोच्च पद पर पहुंचने का उनका सफर करीब चार दशक का है। उन्होंने 25वें बेसिक कोर्स में शीर्ष स्थान हासिल करके 1986 में नेपाल की सेना में कमीशन हासिल किया। सेना की वर्दी पहनने से पहले वह राष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाज थे।

इसके अलावा ताइक्वांडो और टेबल टेनिस में भी उन्हें महारत हासिल है। 2024 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने जनरल सिगदेल को भारतीय सेना के जनरल के मानद पद से सम्मानित किया था। यह दिखाता है कि दोनों देशों के बीच करीबी सैन्य संबंध हैं।