नई दिल्ली 02 अप्रैल।केन्द्रीय मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने जम्मू-कश्मीर में वजीरे आज़म और सदरे-रियासत के पद बहाल करने के बारे में नैशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के कथित बयान की कड़ी निंदा की है।
श्री जेटली ने कहा कि श्री अब्दुल्ला की टिप्पणी का उद्देश्य केवल अलगाववादी मानसिकता पैदा करना है। अपनी एक फेसबुक पोस्ट में – एक देश में दो विधान और दो प्रधान शीर्षक से श्री जेटली ने कहा कि भारत कभी भी किसी सरकार को ऐसी भयंकर गलती नहीं करने देगा।उन्होंने कहा कि कश्मीर में मुख्य धारा के दोनों दल लगातार अपनी पहचान खोते जा रहे हैं।
श्री जेटली ने कहा कि अलगाववादी और आतंकवादी राज्य के एक हिस्से को भारत से अलग करना चाहते है लेकिन देश इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा।