
रायपुर, 10 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ संवाद कार्यालय, नवा रायपुर में जनसम्पर्क विभाग के अपर संचालक संजीव तिवारी के साथ हुई अभद्रता, गाली-गलौज, झूमा-झटकी और कार्यालय में तोड़फोड़ की घटना को लेकर आज छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन और छत्तीसगढ़ जनसंपर्क अधिकारी संघ के एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से मुलाकात कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को सौंपे ज्ञापन में इस घटना को शासन-प्रशासन की संस्थागत गरिमा पर हमला करार देते हुए कहा कि यह केवल एक अधिकारी पर हमला नहीं, बल्कि पूरी सरकारी व्यवस्था पर आघात है।
पत्रकारिता की आड़ में भय और ब्लैकमेलिंग निंदनीय
फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने कहा कि राज्य में पत्रकारिता की आड़ में ब्लैकमेलिंग और भयादोहन की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा, “पत्रकारिता की स्वतंत्रता लोकतंत्र की आत्मा है, लेकिन इसके नाम पर भय और भ्रम का माहौल बनाना न केवल असली पत्रकारिता का अपमान है, बल्कि शासन और समाज – दोनों के साथ विश्वासघात है।”
लोकतंत्र की मूल भावना के विरुद्ध है ऐसी हिंसा
जनसंपर्क अधिकारी संघ के अध्यक्ष बालमुकुंद तंबोली ने घटना की निंदा करते हुए कहा, “शासकीय कार्यालय में घुसकर अधिकारी से झूमा-झटकी और गाली-गलौज करना, यहां तक कि घर जाकर मारने की धमकी देना, एक सुसंस्कृत समाज में अस्वीकार्य है। यह पूरी विभागीय कार्यप्रणाली और मनोबल को प्रभावित करता है।”
मुख्यमंत्री का आश्वासन: दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा
मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और राज्य सरकार इस प्रकार की घटनाओं को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा, “दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा, सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।”
प्रतिनिधिमंडल में ये अधिकारी थे शामिल
मुख्यमंत्री से भेंट करने वाले प्रतिनिधिमंडल में जनसंपर्क विभाग के अपर संचालक जे. एल. दरियो, उमेश मिश्रा, संयुक्त संचालक पवन गुप्ता, उपसंचालक घनश्याम केशरवानी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।