रायपुर 04 मई।छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने व्यापम और चिप्स पर भाजपा की बयानबाजी पर पलटवार करते हुये कहा है कि सर्वर में हुई गड़बड़ी तो भाजपा के 15 वर्षों के शासन के विरासत का छोटा सा उदाहरण भर है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि भाजपा सरकार में इन संस्थानों का उपयोग गड़बड़ी कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के लिये ही किया जाता रहा और उसके देखरेख में लापरवाही बरती जाती रही। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने चिप्स को भ्रष्टाचार का अड्डा बना कर रख दिया था। चिप्स को गठन का उद्देश्य सरकारी विभागों को आनलाईन और डिजिटलाईजेश करना बताया गया लेकिन हकीकत में सरकारी विभागों के टेंडर और ठेकों के कामों को चिप्स के माध्यम से केन्द्रीयकरण करके चिप्स के माध्यम से एक व्यक्ति को सर्वाधिकार संपन्न बना दिया गया।उसी का परिणाम हुआ कि चिप्स में ई-टेंडर के नाम पर हजारों करोड़ का टेंडर घोटाला कर दिया गया।
उन्होने कहा कि चिप्स से सारे विभागों को जोड़ने के पहले इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप नहीं किया गया। चिप्स के मेंटेनेंस का ठेका भी राज्य के बाहर की कंपनियों को उनका परफार्मेंस जाने बिना कमीशनखोरी के उद्देश्य से दे दिया गया। छत्तीसगढ़ के बाहर की कंपनियों को चिप्स के माध्यम से सेवा और सर्विस के नाम पर मोटी रकम लुटायी जाती रही है। इनकी मिलीभगत से सालभर के काम का कान्ट्रेक्ट कर कई कंपनिया 2-3 महीनो में ही पूरा पैसा लेकर भाग जाती थी। चिप्स के सर्वर में गड़बड़ी आने के कारण हजारों परिक्षार्थियों के प्रवेश पत्र प्रिंट नही हो सके।
उन्होने कहा कि भाजपा सरकार में चिप्स में करोड़ो का घोटाला होता है और भारतीय जनता पार्टी के लोग उसकी जिम्मेदारी स्वीकार करने के बजाय यदि सर्वर डाउन होने के कारण परिक्षार्थी के असुविधा को लेकर कांग्रेस की सरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोई निर्णय लेते है तो आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं, स्तरहीन आरोप लगा रहे हैं भारतीय जनता पार्टी अपने गरेबान में तो झांक कर देखे की चिप्स में कितने बड़े पैमाने में घोटाला किया गया है।