नई दिल्ली 21 मई।विपक्षी दलों की शिकायतों के बीच निर्वाचन आयोग ने जोर देकर कहा है कि मतदान में इस्तेमाल की गई ई वी एम स्ट्रांग रूम में पूरी तरह सुरक्षित हैं।
आयोग ने कहा कि मीडिया में दिखाए गए दृश्य मतदान के दौरान इस्तेमाल की गई किसी भी ई वी एम से संबंध नहीं रखते हैं। स्ट्रांग रूम में रखी गई ई वी एम के स्थान पर कथित रूप से अन्य ई वी एम को रखने की कोशिश की शिकायत के बाद यह स्पष्टीकरण आया है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि इस तरह की खबरें और आरोप पूरी तरह गलत और बेबुनियाद हैं।
आयोग ने कहा कि मतदान समाप्त होने के बाद सभी ई वी एम और वी वी पैट को कड़ी सुरक्षा के बीच स्ट्रांग रूम में लाया जाता है जिसे उम्मीदवारों और प्रेक्षकों की उपस्थिति में दोहरे ताले के साथ सील किया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी होती है तथा मतगणना होने तक दोनों ही सी सी टी वी की निगरानी में रहती हैं। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल स्ट्रांग रूम का चौबीसों घंटे पहरा देते हैं और निगरानी के लिए उम्मीदवार या उनके प्रतिनिधि भी मौजूद होते हैं।
मतगणना के दिन वीडियोग्राफी के अंतर्गत उम्मीदवार और उनके प्रतिनिधि तथा प्रेक्षक की उपस्थिति में स्ट्रांग रूम खोला जाता है।
इससे पूर्व 22 विपक्षी पार्टियों के शिष्टमंडल ने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि लोकसभा चुनाव के वोटों की गिनती रैन्डम तरीके से चुने गये पांच मतदान केन्द्रों की वी.वी.पैट पर्चियों के सत्यापन के बाद की जानी चाहिए, न कि मतगणना के बाद। इन नेताओं ने मांग की कि अगर वी वी पैट पर्चियों की जांच के दौरान कोई कमी पाई जाती है तो उस विधानसभा खण्ड के सभी मतदान केन्द्रों की वी वी पैट पर्चियों का सत्यापन किया जाना चाहिए। विपक्षी दलों ने वी वी पैट पर्चियों की संख्या का मिलान ई वी एम आंकड़ों से करने का मुद्दा भी उठाया।