अहमदाबाद/मुबंई 04 अगस्त।गुजरात और महाराष्ट्र में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित है।
गुजरात में दक्षिण और मध्य क्षेत्र के अधिकांश भागों में पिछले 24 घंटों में मूसलाधार वर्षा हुई है। राज्य में 135 से अधिक तालुकों में वर्षा रिकार्ड की गई। दक्षिणी गुजरात के कई जिलों से छह हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।दक्षिण गुजरात के खम्भात, ओलपाड, मांडवी और वापी में सबसे अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। अधिकतर नदियों में बाढ़ को देखते हुए निचाई वाले क्षेत्रो में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।इस बीच विश्वामित्री नदी में पानी का स्तर कम होने से वडोदरा में बाढ़ की स्थिति में और सुधार हुआ है।बड़े पैमाने पर सफाई अभियान में 125 दल द्वारा 1200 मीट्रिक टन से अधिक कचरा इक्कठा किया गया। स्थानीय प्रशासन ने कल से स्कूल और कॉलेज को फिर से शुरू करने का फैसला किया है।
मुम्बई में आज दूसरे दिन भी मूसलाधार वर्षा जारी है।रायगढ़, नासिक, सांगली, सतारा, धुले, कोल्हापुर, ठाणे और पालघर में कई नदियां खतरें के निशान से ऊपर बह रही हैं।कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति में व्यवधान पड़ा है। कई जगहों से पेड़ गिरने और भू-स्खलन की भी खबरें हैं।
भारी वर्षा के कारण मध्य और हार्बर लाइन की रेल सेवाएं या तो स्थगित कर दी गई है या धीमी गति से चलायी जा रही हैं। कई लंबी दूरी की गाडि़यों को रद्द कर दिया गया है जबकि हवाई यातायात भी कुछ हद तक प्रभावित हुआ है। मछुआरों को चेतावनी दी गई है कि वे समुद्र में न जाएं।
मुंबई नगर निगम ने मीठी नदी के आसपास रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। जबकि ठाणे प्रशासन ने बारवी और उल्हास नदियों के किनारे पर रहने वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी कर दी है।मुंबई समेत कई क्षेत्रों में राहत शिविर भी लगाए गए हैं।