बेंगलुरू 07 सितम्बर।भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो)के पूर्व अध्यक्ष जी माधवन नायर ने कहा है कि लैंडर विक्रम के चंद्रमा की सतह पर नहीं उतर पाने के बावजूद चंद्रयान-2 ने अपने 95 प्रतिशत उद्देश्यों को प्राप्त किया है।
अंतरिक्ष विभाग में पूर्व सचिव और अंतरिक्ष आयोग के पूर्व अध्यक्ष रहे माधवन ने कहा कि ऑर्बिटर चंद्रमा की कक्षा में सामान्य ढंग से काम कर रहा है। चंद्रयान -2 के कई उद्देश्य थे, जिनमें चंद्रमा की सतह पर उतरना भी शामिल था।ऑर्बिटर अभी भी अंतरिक्ष में है और इसे मैपिंग का काम करना चाहिए।
एक वर्ष तक सक्रिय रहने वाले इस ऑर्बिटर में चंद्रमा की सतह की मैपिंग और उसके बाहरी वातावरण के अध्ययन के लिए आठ पेलोड लगे हैं। ऑर्बिटर में लगे यह पेलोड्स 100 किमी की कक्षा से रिमोट-सेंसिंग निगरानी करेंगे।