नई दिल्ली 09 सितम्बर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत ने 2030 तक दो करोड़ 60 लाख हैक्टेयर बंजर भूमि को खेती योग्य बनाने का लक्ष्य रखा है।
मोदी ने मरूस्थलीकरण रोकने के बारे में आज नोएडा में संयुक्त राष्ट्र संधि में शामिल देशों के 14वें सम्मेलन- कॉप 14 को सम्बोधित करते हुए यह जानकारी दी।उन्होने कहा कि विश्व के दो-तिहाई से ज्यादा देश मरूस्थलीकरण की समस्या से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि बंजर भूमि के साथ साथ हमें पानी की कमी की समस्या पर भी ध्यान देना होगा।उन्होने कहा कि समग्र भूमि और जल नीति के अन्तर्गत जल आपूर्ति बढ़ाना और जमीन में नमी को रोके रखना जैसे उपाय शामिल हैं।
प्रधानमंत्री ने प्रस्ताव रखा कि जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और भूमि का बंजर होना जैसी समस्याओं से निपटने के लिए दक्षिण-दक्षिण सहयोग और बढ़ाने की पहल की जाये। मोदी ने कहा कि उपग्रह और अंतरिक्ष टैक्नोलोजी के जरिये जमीन को फिर खेती योग्य बनाने के कम लागत वाले कार्यक्रमों में भारत मित्र देशों की सहायता करेगा।
प्रधानमंत्री ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर रोक लगाने का अनुरोध दोहराते हुए कहा कि प्लास्टिक स्वास्थ्य पर बुरे प्रभाव तो डालता ही है, साथ ही जमीन को भी खेती के लायक नहीं रहने देती।सम्मेलन को संबोधित करते हुए पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पिछले सप्ताहभर कॉप-14 सम्मेलन में बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने पर चर्चा बहुत सार्थक रही।