रायपुर 02 अक्टूबर।राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती के अवसर पर आज राजधानी के जयस्तंभ चौक से गांधी मैदान तक ‘बच्चा-बच्चा गांधी’ की थीम पर पदयात्रा निकाली गई।
इस पदयात्रा में हजारों की संख्या में नन्हें बच्चों ने महात्मा गांधी की वेशभूषा धारण कर पदयात्रा की अगवाई की। इन बच्चों के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राज्य सभा सांसद पी.एल.पुनिया, विधायक सर्व मोहन मरकाम, कुलदीप जुनेजा, महापौर प्रमोद दुबे सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण, नागरिक और अधिकारी-कर्मचारियों ने उनके साथ पदयात्रा में भाग लिया।
पदयात्रा जयस्तंभ चौक से प्रारंभ होकर ऐतिहासिक गांधी मैदान में सामाप्त हुई। यहां आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि वर्ष 1933 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने छत्तीसगढ़ के इसी ऐतिहासिक मैदान में आम-सभा की थी। आज छत्तीसगढ़ का बच्चा-बच्चा उन्हीं के पदचिन्हों पर धोती, लाठी और टोपी पहनकर उनका अनुसरण करते हुए उपस्थित है।उन्होंने कहा महात्मा गांधी ने सत्य, अहिंसा सहित जो संदेश दिए हैं, उस पर चलकर हमें छत्तीसगढ़ और देश का निर्माण करना है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्लास्टिक का उपयोग कम करने की दृष्टि से कपड़े के थैले का वितरण भी किया।
सांसद श्री पुनिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ के बच्चों को महात्मा गांधी की वेशभूषा में देखकर अच्छा लग रहा है।महात्मा गांधी का सपना तभी पूरा होगा जब हम सत्य और अहिंसा पर आधारित समाज का निर्माण करेंगे। केवल देश ही नहीं बल्कि अनेक अर्न्तराष्ट्रीय आंदोलनों ने अपने अन्याय और भेदभाव के विरूध्द महात्मा गांधी के सिध्दांतों और आर्दशों से प्रेरणा ली। छत्तीसगढ़ शासन महात्मा गांधी के आदर्शों के अनुरूप आगे बढ़ रहा है।
पदयात्रा के अंतर्गत मुख्यमंत्री श्री बघेल ने महात्मा गांधी के मूर्ति पर पुष्प अर्पण किया। मुख्यमंत्री ने यहां जनप्रतिनिधियों, नागरिको, अधिकारियों और बच्चों के साथ बापू के प्रिय भजन ‘वैष्णव जन तो तेने कहिऐ जे, पीड़ परायी जाणे रे’ का श्रवण किया।