रायपुर, 10 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि महात्मा गांधी ने सत्य, अहिंसा, स्वावलंबन और करूणा का रास्ता दिखाया।
श्री बघेल ने आज राजधानी के गांधी मैदान में आयोजित गांधी विचार पदयात्रा के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गांधीजी के बताये गये सत्य, अहिंसा, स्वावलंबन और करूणा जीवन मूल्यों में ठोस आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक दर्शन है। इस दर्शन में स्वावलंबन का सूत्र भी छुपा है। उन्होंने कहा कि गांधी जी ने अहिंसा की ताकत को पहचाना। उनका अहिंसा पर अटूट विश्वास था।
उन्होने कहा कि राष्ट्रपिता को उनकी 150वीं जयंती पर पूरी दुनिया में याद किया जा रहा है, क्योंकि उन्होंने अहिंसा के रास्ते पर चलकर देश को आजादी दिलायी। महात्मा गांधी अहिंसा की ताकत को पहचानते थे।उन्होंने पशुबल के सामने आत्मबल को खड़ा किया।उनका अहिंसा का रास्ता आम जनता के लिए था। महात्मा गांधी ने किसानों के लिए संघर्ष किया, बुनकरों को सम्मान दिलाया।उन्होंने कहा कि हाथ से काम करने वाले भी सम्मान के पात्र हैं। स्वतंत्रता आंदोलन में राष्ट्रपिता ने समाज के सभी वर्गों को जोड़ने का काम किया और ’अंग्रेजों भारत छोड़ो’ तथा ’करो या मरो’ का नारा दिया और अहिंसा की ताकत से देश को आजादी दिलायी।
श्री बघेल ने कहा कि हमें गांधी जी की करूणा को समझने के साथ-साथ सम्प्रदायिकता की अंतरंग बुनावट और तानाशाही की मंशा के समाजशास्त्र को भी समझना होगा तभी गांधी विचार यात्रा पूरी होगी।समापन कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू,स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, सांसद श्रीमती छाया वर्मा सहित अनेक जनप्रतिनिधि, प्रबुद्ध नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।