वाशिंगटन 19 अक्टूबर।वित्तमंत्री निर्मला सीतारामन ने विभिन्न क्षेत्रों में मंदी से उत्पन्न स्थिति को दूर करने के लिए मिलकर कार्रवाई करने और वैश्विक विकास के लिए बहुपक्षीय भावना अपनाने का आह्वान किया है।
श्रीमती सीतारामन ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष और विश्व बैंक की मंत्रिस्तरीय समिति की वार्षिक बैठक में कहा कि मंदी के संकट बनने से पहले ही व्यापारिक तालमेल बढाने, अनिश्चिय दूर करने और संचयी ऋण के ऊंचे स्तर के बारे में विश्वस्तर पर समन्वित कार्रवाई करने की आवश्यकता है।उन्होने यह भी कहा कि व्यापारिक विवाद और संरक्षणवाद ने ऐसी स्थितियों को पैदा किया है जिससे पूंजी, माल और सेवाओं पर असर पड़ सकता है।
उन्होने जी-20 देशों के वित्त मंत्रियों और केन्द्रीय बैंक के गवर्नरों की बैठकों में भी भारतीय शिष्टमंडल का नेतृत्व किया।डिजिटीकरण से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिए सत्र के दौरान आम राय कायम करने के बारे में वित्त मंत्री ने कहा कि इस संबंध में एकीकृत दृष्टिकोण से आशा बंधी है और इस पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है।