रायपुर 08 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा ने प्रदेशभर में धान खरीद में हो रही अनियमितता को लेकर प्रदेश की भूपेश सरकार की नीयत, नीति और नेतृत्व पर सवाल उठाया है।
श्री शर्मा ने आज यहां जारी बयान में कहा कि धान खरीदी को लेकर प्रदेश के किसान शुरू से ही परेशान हो रहे हैं।वादे के खिलाफ जाकर किसानों का धान 25 सौ रुपये के बजाय 1815 – 1835 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर खरीदा जा रहा है।इधर विपक्ष में रहते हुए एक नंवबर से धान खरीदने की मांग करने वाले भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बनते ही धान खरीदी की तारीख एक माह आगे बढ़ाकर अपने सियासी चरित्र का परिचय दे चुके हैं।
उन्होने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार धान खरीदी के लिए बारदाने तक कम दे रही है और सुनियोजित षड्यंत्र के तहत रकबा घटाने के साथ-साथ धान खरीदी की लिमिट भी तय कर दी।प्रदेश सरकार की धान खरीदी की लिमिट के चलते अब किसानों का सिर्फ 60 फीसदी धान ही खरीदा जा सकेगा।प्रदेश की कांग्रेस सरकार के रोज-रोज के नए और तुगलकी फरमान के चलते प्रदेश के किसान 15 फरवरी तक अपना पूरा धान ही नहीं बेच पाएंगे।
श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश के सभी किसान इस वर्ष प्रदेश सरकार की तुगलकी नीतियों और अव्यवस्था से बेहद हलाकान हैं। सरकार ने खरीदी प्रक्रिया को इतना पेचीदा बना दिया है कि किसान कदम-कदम पर परेशान हो रहे हैं।श्री शर्मा ने कहा कि किसानों ने जितने रकबे का पंजीयन सोसाइटियों में कराया है, उस अनुपात में धान की खरीदी नहीं की जा रही है। किसानों के इस मुद्दे पर भाजपा उनके साथ खड़ी है। पार्टी की मांग है कि प्रदेश सरकार अपने वादे के मुताबिक धान की खरीदी 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर पर करे और इस राशि का तत्काल भुगतान हो।