जांजगीर-चांपा 06 जनवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि रामनामियों के रोम रोम में राम बसते हैं। वे श्री राम के सच्चे अनुयायी हैं। उनमें राम के प्रति अटूट विश्वास और श्रद्धा हैं।
श्री बघेल आज जिले के मालखरौदा विकासखण्ड के ग्राम पिकरीपार में रामनामी बड़े भजन मेला का शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए और इस आयोजन के लिए सभी को बधाई और शुभकामनाएं दीं। मेले का आयोजन अखिल भारतीय रामनामी सतनामी महासभा के तत्वाधान में 06 से 08 जनवरी तक किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि राम सभी के अराध्य हैं। छत्तीसगढ़ की संस्कृति में राम बसे हैं।यहां के लोग परस्पर मुलाकात तथा विदाई के समय राम-राम का उच्चारण करते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम की माता कौशल्या का मायका छत्तीसगढ़ है।भगवान राम ने वनगमन का अधिकांश समय छत्तीसगढ़ में बिताया है। भगवान राम वनगमन के दौरान जिस मार्ग पर चले उसे राम वनगमन पर्यटन परिपथ के रूप में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसकी शुरूआत चन्दखुरी से कर दी गई है।
कार्यक्रम में श्री बघेल का रामनामी समाज द्वारा परंपरागत तरीके से उनका मोर मुकुट पहनाकर स्वागत किया।मुख्यमंत्री ने जय स्तंभ में ध्वजारोहण कर मेले का शुभारंभ किया।