राजिम(गरियाबन्द) 08 फरवरी।छत्तीसगढ़ के तीन नदियों के संगम तट राजिम में माघी पुन्नी मेला कल 09 फरवरी से शुरू हो रहा है।मेले का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे।
राजिम में पैरी, सोंढूर और महानदी का पवित्र संगम स्थल त्रिवेणी है। इसी त्रिवेणी संगम स्थल पर कुलेश्वर महादेव का मंदिर है। कुलेश्वर महादेव के संबंध में किवदंती है कि 14वें वर्ष के वनवास काल में माता सीता जी ने संगम स्थल में स्नान कर अपने कुल देवता की नदी के रेत से विग्रह बनाकर पूजा अर्चना की थी। इसी कारण उनका नाम कुलेश्वर महादेव है।
राजिम छत्तीसगढ़ के लिए जन आस्था का केन्द्र है। यहां प्रतिवर्ष माघी पुन्नी मेला से महाशिवरात्रि तक विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। यहां देश विदेश से साधू संतों एवं दर्शनार्थियों का शुभागमन होता है। कुलेश्वर महादेव मंदिर के समीप लोमश ऋषि का आश्रम है। उसी के समीप एक माह तक लोग कल्पवास करते है। राजिम क्षेत्र को छत्तीसगढ़ की पंचकोशी परिक्रमा के नाम से भी जाना जाता है।
पुन्नी मेला इस वर्ष 09 फरवरी माघपूर्णिमा से 21 फरवरी महाशिवरात्रि तक पवित्र त्रिवेणी संगम के तट पर आयोजित होगा। राजिम माघी पुन्नी मेला के लिए नदी पर रेत की अस्थायी सड़क बनायी गयी है। विशेष पर्व स्नान के लिए कुण्ड निर्माण एवं समय पर नदी में पानी छोड़ने की तैयारी की गई है। मेला क्षेत्र में पेयजल की व्यवस्था, अस्थायी शौचालय बनाने, स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही डॉक्टरों की टीम हमेशा मौजूद रहेगी। मेले में 50 दाल-भात सेंटर संचालित किए जाएंगे।