नई दिल्ली 14 मई।भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद(आईसीएमआर) ने कोविड-19 का प्रभावी उपचार खोजने में मदद करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) द्वारा सुझाये गये परीक्षणों पर तेजी से काम करना शुरू कर दिया है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग के सचिव और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ.बलराम भार्गव ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आई सी एम आर का राष्ट्रीय एड्स अनुसंधान संस्थान भारत में इन परीक्षणों के लिए समन्वय का काम कर रहा है। डॉक्टर भार्गव ने बताया कि इन परीक्षणों में चार संभावित एंटी-वायरल एजेंटों, रेमेडीसिविर, क्लोरोक्वीन-हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन, लोपिनावीर-रितोनावीर और इंटरफेरोन के साथ लोपिनावीर-रितोनावीर का मूल्यांकन किया जाना है।
उन्होने कहा कि इस परीक्षण का उद्देश्य यह जानना है कि क्या कोई भी दवा रोग की प्रगति को धीमा करने और जीवित रहने की दर में सुधार कर पाने में सक्षम है।