रायपुर 05 जून।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्योगपतियों से कहा है कि राज्य में लघु वनोपज पर आधारित उद्योगों की अपार संभावनाएं है। वनोपज आधारित उद्योगों से जहां स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा वहीं इसका लाभ उद्योगों को भी होगा।
श्री बघेल आज अपने निवास कार्यालय में उरला इंडिस्ट्रीज एशोसिएशन के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे।उन्होने कहा कि वनोपज आधारित उद्योगों के लिए उद्योगपति उत्पादों की गुणवत्ता और उनकी कीमत के संबंध में स्व-सहायता समूहों और संबंधित जिला कलेक्टरों से बातचीत कर उन्हें अपनी आवश्यकता के बारे में बता सकते हैं। इस आधार पर समूह उत्पाद उद्यमी को उपलब्ध कराएंगे।
उन्होने उद्योगपतियों से कहा कि उद्योगों के संचालन का अनुभव, पूंजी और दक्ष लोगों की टीम आपके साथ है। इसका उपयोग वन क्षेत्रों में उद्योग लगाने पर भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वन उत्पाद के वेल्यू एडिशन और ब्रांडिंग करने से देश भर में फैले बाजार का लाभ उठाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य के बस्तर और सरगुजा अंचल के जंगलों में बहुमूल्य लघु वनोपजों का भण्डार है। उद्योगपति लघु वनोपज जैसे शहद, इमली, चिरौंजी, तिखुर, आवला, हर्रा, बहेरा आदि पर आधारित उद्योग लगाते है और इसकी ब्रांडिंग करते है तो पूरे देश भर के बाजार का लाभ उठाया जा सकता है।