रायपुर 02 जुलाई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के बाद अब खाद्य सचिव ने केन्द्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस सचिव से राज्य में चावल से एथेनॉल उत्पादन करने की अनुमति देने का आग्रह किया है।
राज्य के खाद्य सचिव ने केन्द्रीय सचिव को लिखे पत्र में राज्य में समर्थन मूल्य पर खऱीदे गए अतिशेष चार लाख मिट्रिक टन चावल से एथेनॉल बनाने की अनुमति देने का अनुरोध करते हुए उन्हे बताया है कि राज्य में खरीफ विपणन वर्ष 2019-20 में प्रदेश के किसानों से समर्थन मूल्य पर 83 लाख 94 हजार मिट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। इसमें से बनाए गए कुल चावल से केन्द्रीय पूल एवं राज्य पूल में राज्य की सार्वजनिक वितरण प्रणाली में आवश्यक मात्रा तथा 28.1 लाख मिट्रिक चावल केंद्रीय पूल में भारतीय खाद्य निगम को देने के बाद राज्य में लगभग चार लाख मिट्रिक टन चावल अधिशेष रहेगा।
उन्होने पत्र में कहा है कि इस अधिशेष चावल के लम्बे समय तक भण्डारित रहने के कारण खाद्यान्न की गुणवत्ता प्रभावित होने की आशंका है। ऐसी स्थिति में कोरोना वायरस महामारी की नियंत्रण के लिए डिस्टलरी से एथेनॉल आधारित सैनिटाइजर एवं ईबीपी कार्यक्रम के तहत अतिरिक्त चार लाख मिट्रिक टन चावल को एथेनॉल बनाने वाले प्लांट को आपूर्ति की जा सकती है। खाद्यान्न से एथेनॉल बनाने वाले प्लांटों की स्थापना के संबंध में राज्य की औद्योगिक नीति में आवश्यक प्रावधान भी किए गए हैं।