जयपुर 14 जुलाई।राजस्थान में राजनीतिक संकट बरकरार है।इस बीच उप मुखअयमंत्री सचिन पायलट एवं दो मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया है।
राज्य मंत्रिमंडल से सचिन पायलट, रमेश मीणा और विश्वेन्द्र सिहं को हटाने के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रस्ताव को राज्यपाल कलराज मिश्र ने स्वीकार कर लिया है।सचिन पॉयलट उप मुख्यमंत्री के पद से तथा विश्वेन्द्र सिंह को पर्यटन मंत्री और रमेश मीणा को खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री के पद से हटाया गया है।
मुख्यमंत्री गहलोत ने आरोप लगाया कि पिछले छह महीने से भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में उनकी सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है।..उनका जो रवैया रहा है 6 महीने से वो शुरू से पेश किया अपने आपको वो रोज ट्वीट करते हैं,रोज स्टेटमेंट भी देते रहते हैं, जो माहौल है आज इस प्रकार से फैसले हुए हैं खुशी किसी को नहीं है ना कांग्रेस हाईकमान को खुशी है।पार्टी तोड़ना संविधान के अंतर्गत कानून के अंतर्गत वो भी लिखा हुआ है।एंटी डिफेक्शन बिल है दो तिहाई होते हैं तो जाकर के पार्टी तोड़ सकते हैं 20 विधायकों से पार्टी नहीं टूटती है..।
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस इकाई में राजनीतिक संकट तब और गहरा गया जब सचिन पायलट को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। उनकी जगह गोविंद डोटासरा को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने आज यहां पार्टी के विधायक दल की बैठक के बाद यह घोषणा की।
दूसरी ओर भाजपा के कई वरिष्ठ नेता राजस्थान में तेजी से बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखे हुए है।आज भाजपा के इन नेताओं ने पार्टी मुख्यालय में बैठक की जिसके बाद विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि राज्य सरकार बहुमत खो चुकी है।ऐसी स्थिति में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को मंत्रिमंडल का विस्तार करने से पहले विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना होगा।