नई दिल्ली 29 दिसम्बर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में माल परिवहन के लिए बनाये गये ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के न्यू भाउपुर-न्यू खुर्जा खंड को आज वर्चुअल माध्यम से राष्ट्र को समर्पित किया।
कुल 351 किलोमीटर लंबे इस खंड के निर्माण पर पांच हजार 750 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस गलियारे का ज्यादातर हिस्सा उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है। इसके बनने से कानपुर-दिल्ली मुख्य रेल मार्ग पर यात्रीगाडि़यों की आवाजाही तेजी से हो सकेगी। प्रयागराज स्थित परिचालन केन्द्र माल परिवहन गलियारे के लिए कमान केन्द्र के रूप में काम करेगा।
श्री मोदी ने राष्ट्र के विकास में संपर्क सुविधाओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए इस रेल गलियारे को आजादी के बाद की सबसे महत्वपूर्ण परियोजना बताया। उन्होंने कहा कि आधारभूत संरचना किसी भी देश की सबसे बड़ी ताकत होती है। उन्होंने कहा कि भारत तेजी के साथ एक बड़ी आर्थिक ताकत बनने की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में बेहतरीन संपर्क सेवाएं देश की प्राथमिकता हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए पिछले छह सालों में सरकार देश में संपर्क सुविधाओं को आधुनिक बनाने में लगी हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दो डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर तैयार करने की योजना है।
उन्होने कहा कि यह गलियारा आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में बहुत मददगार होगा। इससे किसान रेलगाडियों के संचालन की सुविधा भी उपलब्ध होने से अन्य के साथ-साथ किसानों को भी लाभ होगा।श्री मोदी ने कहा कि राष्ट्र के विकास में संपर्क सुविधा का उतना ही महत्व है जितना शरीर में रीढ की हड्डी और धमनियों का होता है। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है क्योंकि यह भावी पीढियों के लिए है।
इस अवसर पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस समर्पित माल ढुलाई गलियारे से नए रास्ते खुलेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह नया गलियारा बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका ज्यादातर हिस्सा उत्तर प्रदेश में है और इससे विकास के लिए नया माहौल बनेगा।