नई दिल्ली 26 जनवरी।राष्ट्र ने आज हर्षोल्लासपूर्वक 72वां गणतंत्र दिवस मनाया।मुख्य समारोह राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली के राजपथ पर आयोजित किया गया जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तिरंगा फहराया और परेड की सलामी ली।
गणतंत्र दिवस समारोह में देश की सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विविधता तथा सामाजिक और आर्थिक प्रगति का भव्य प्रदर्शन किया गया। समारोह में 32 झांकियां प्रदर्शित की गई जिनमें से 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की, नौ विभिन्न मंत्रालयों और विभागों तथा अर्धसैनिक बलों की और 6 रक्षामंत्रालय की थीं। इन झांकियों में कार्बन न्यूट्रल लद्धाख की परिकल्पना को दर्शाने वाली झांकी प्रदर्शित की गई।
परेड में गुजरात में मोढेरा के सूर्य मंदिर, असम के चाय बागानों से जुड़ी जनजातियों और छत्तीसगढ़ के लोकसंगीत की मधुर ध्वनियों वाली झांकियां शामिल थीं। उत्तर प्रदेश की झांकी भी इस बार आकर्षण का केंद्र रहीं।
इसके अलावा डिजिटल भारत, चार श्रम कानूनों, आत्मनिर्भर भारत अभियान, न्यू इंडिया-वोकल फॉर लोकल और सीआरपीएफ तथा बीआरओ की झांकियां भी इस परेड में शामिल थीं। स्कूलों के बच्चों ने ओडिसा का बजासाल नृत्य, तमिलनाडु का लोकनृत्य और हम फिट तो इंडिया फिट तथा आत्मनिर्भर भारत के विषयों पर नृत्य प्रस्तुत किए।
राफाल लड़ाकू विमान गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष रूप से प्रदर्शित किए गए। परेड का समापन वायु सेना के विमानों के फ्लाईपास्ट से हुआ।
गणतंत्र दिवस परेड में राफाल विमानों के साथ-साथ दो जगुआर लड़ाकू विमान और मिग-29 विमान भी शामिल थे। मिग विमानों ने राजपथ के ऊपर तीन सौ मीटर की ऊंचाई पर सात सौ 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से एकलव्य फॉरमेशन में उड़ान भरी। परेड का समापन राफाल विमान की उड़ान से हुआ जिसमें इस विमान ने राजपथ के ऊपर नौ सौ किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन में उड़ान भरते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
पांच राफाल विमानों को पिछले साल भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। इस वर्ष की गणतंत्र दिवस परेड में वायुसेना के कुल 38 विमानों ने भाग लिया। वायुसेना के विमानों ने त्रिनेत्र फॉरमेशन में भी अपने करतब दिखाए जिसमें तीन एस. यू.- 30 एम.के.आई.एस. विमानों ने पहले एक सीध में उड़ान भरी और उसके बाद उनमें से एक ऊपर की ओर बाकी दो दायीं तथा बायीं दिशा में त्रिशूल की आकृति बनाते हुए निकल गए।