रायपुर 01 फरवरी।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केन्द्रीय बजट को सभी वर्गों के लिए निराशाजनक करार देते हुए इसे सार्वजनिक सम्पत्तियों को बेचने का बजट करार दिया है।
श्री बघेल ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि सरकारी बैंक से लेकर बन्दरगाह तक,बीमा कम्पनी से लेकर वेयर हाउस तक सब कुछ बेचने में मोदी सरकार जुटी हुई है।उन्होने कहा कि 70 साल कांग्रेस ने कुछ नही किया था का नारा देने वाले 70 साल में कांग्रेस ने जिन सार्वजनिक सम्पत्तियों को बनाया था उसे ही बेच रहे है।
उन्होने कहा कि इस बजट में न तो छत्तीसगढ़ को कुछ मिला,न किसानों को कुछ मिला और न ही बेरोजगारों को कुछ हासिल हुआ।उन्होने कहा कि पेट्रोल एवं डीजल पर सेस लगाने से खेती और महंगी होगी।ट्रान्सपोर्ट का खर्च बढ़ेगा और महंगाई बढ़ेगी।कृषि क्षेत्र की हालत और खराब होगी।उन्होने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि मोदी सरकार से राज्य के लिएकोई उम्मीद करना बेकार है।पिछले बजट में 5800 करोड़ नही मिले,इसके अलावा जीएसटी का बकाया भी नही मिला है।
श्री बघेल ने कहा कि जबसे मोदी सरकार आई है,उसने अर्थव्यवस्था को बदहाल बना दिया है।उनके खाते में तीन अहम कारक नोटबंदी,जीएसटी एवं लाकडाउन जाते है जिन्होने देश के बर्बादी के कगार पा ला दिया है।उन्होने कोरोना वैक्सीन को लेकर बिहार चुनावों के दौरान वित्त मंत्री की सभी को मुफ्त वैक्सीन लगाने की घोषणा का उल्लेख करते हुए कहा कि इसके लिए बजट में कहां प्रावधान है।उन्होने कहा कि असम,केरल,तमिलनाडु एवं पश्चिम बंगाल के लोगो को भी समझ लेना चाहिए कि बजट में उनके लिए की गई घोषणाओं का बिहार जैसा ही हश्र चुनाव बीतने के बाद होगा।