रायपुर 22 अप्रैल।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अधिकारियों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के कार्डधारकों को मई एवं जून माह का खाद्यान्न एक साथ देने का निर्देश दिया है।
श्री बघेल ने आज राज्य के नगर निगम क्षेत्रों में कोरोना महामारी के नियंत्रण, उपचार एवं जरूरतमंद लोगों की मदद के संबंध में महापौर, कलेक्टर एवं निगम आयुक्तों की वर्चुअल बैठक में यह निर्देश देते हुए लॉकडाउन की अवधि में राजनीतिक दल और दानदाताओं के सहयोग से जरूरतमंदों को सूखा राशन एवं गर्म भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टरों एवं निगम आयुक्तों को दिए।
उन्होने कहा कि कोरोना संक्रमण की गंभीर चुनौती हमारे सामने है। राज्य के नगरीय इलाकों में विशेषकर नगर निगम क्षेत्रों में कोरोना संक्रमितों की संख्या अत्यधिक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में निगम क्षेत्रों में साफ-सफाई, मेडिकल वेस्ट के निष्पादन, होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को दवाओं तथा राशन, फल-सब्जी के आपूर्ति की व्यवस्था की बड़ी जिम्मेदारी नगर निगमों पर है।उन्होंने कहा कि कोरोना की चुनौती से निपटने के लिए हम सबको बिना थके, बिना रूके सामंजस्य के साथ काम करना है। उन्होंने कहा कि लोगों को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसका विशेष रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए।
श्री बघेल ने आगे कहा कि कोरोना के मरीजों को उनके जरूरत के अनुरूप रेमडेसिविर इंजेक्शन की आपूर्ति अस्पतालों के माध्यम से की जाएगी। उन्होंने राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन एवं अन्य उपचारात्मक व्यवस्थाओं के संबंध में मिली शिकायत पर नाराजगी जताई और अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्रीमती रेणु जी. पिल्ले को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए।उन्होने राज्य के सभी चिकित्सालयों में अग्निशमन की व्यवस्था की जांच-पड़ताल के भी निर्देश दिए।उन्होने कहा कि कोरोना लक्षण वाले लोगों को तत्काल दवाओं की किट प्रदाय किए जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान समय में राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों में से 43 प्रतिशत लोग शहरी क्षेत्रों के हैं। कोरोना संक्रमितों के उपचार को लेकर सबसे ज्यादा दबाव भी शहरी क्षेत्रों में है। उन्होंने मेडिकल कॉलेजों में आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाए जाने के संबंध में की जा रही कार्यवाही की जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में अव्यवस्था की शिकायत के मद्देनजर वहां के अस्पताल अधीक्षक को हटाने के निर्देश दिए गए हैं।