रायपुर 30 अप्रैल।छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके ने विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों तथा छात्र-छात्राओं से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की है।
सुश्री उइके ने अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर द्वारा ‘कोरोना पेंडेमिक की रोकथाम में विश्वविद्यालयों की भूमिका’ पर आयोजित ऑनलाइन जागरुकता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के कारण लगभग एक वर्ष से विश्वविद्यालयों में पढ़ाई एवं अन्य गतिविधियॉ प्रभावित हुई है।हमें छात्रों के भविष्य की चिंता है, उन्हें डिजीटली गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की ओर उन्नत करने की आवश्यकता है। विश्वविद्यालयों की भूमिका अब पारंपरिक गतिविधियों से अलग वर्चुवल विश्वविद्यालय जैसे ऑनलाईन प्रवेश से ऑनलाईन डिग्री तक आ गई है।
उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी ने सबको झकझोर कर रख दिया है। देश भर में लोगों का दैनिक जीवन ठहर सा गया है। संकट के इन पलों में उम्मीद की किरण के रूप में भारत देश के शीर्ष विश्वविद्यालय, शोध संस्थान कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभा रहे है। हमारे संस्थान भी इसमें योगदान दे रहे है।छत्तीसगढ़ के शिक्षण संस्थान अपनी शक्ति अनुसार आगे आकर पूरी तन्मयता से इस चुनौती से मुकाबला करने में जुटे है।
सुश्री उइके ने कहा कि हमें इस बात का ध्यान रहना चाहिए कि हम एक असाधारण और अभूतपूर्व सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट से जूझ रहे है। इसने दुनिया के 14 करोड़ से अधिक लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। लाखों लोगों की इस महामारी के कारण मृत्यु हो चुकी है। वहीं हमारे वैज्ञानिक, शोधार्थी, इंजीनियर, प्रोद्योगिकीविद, शिक्षक अपनी प्रतिभा और क्षमता के अनुसार कोविड-19 महामारी से उत्पन्न स्वास्थ्य चुनौतियों के समाधान हेतु प्रयासरत है।