नई दिल्ली 17 मई।कोविड रोगियों के लिए टू-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोस दवा आज रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने जारी की।
रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन(डीआरडीओ) ने डॉक्टर रेड्डीज़ लैब के साथ मिलकर इस दवा को विकसित किया है। मंत्री ने कहा कि टू-डी जी दवा आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर है।
श्री सिंह ने कहा कि इससे कोविड रोगियों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखने की आवश्यकता 40 प्रतिशत कम होगी। उन्होंने कहा कि आवश्यक चिकित्सकीय उपकरणों, ऑक्सीजन, बिस्तरों और दवाओं की कोई कमी नहीं है। देश में ऑक्सीजन के उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। रक्षा मंत्री ने कहा कि महामारी के दौरान आवश्यक वस्तुओं की सहायता उपलब्ध कराने में सेना निरन्तर प्रयास कर रही है।
डॉ.हर्षवर्धन ने कोविड रोधी दवा को विकसित करने के लिए डीआरडीओ तथा डॉक्टर रेड्डीज़ लैब के वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की।उन्होने कहा कि आज का दिन हम सबके लिए सबसे ज्यादा सुखद अनुभूति का दिन है, क्योंकि कोविड की जंग को एक साल से ज्यादा समय से हम सब लड़ रहे हैं, लेकिन इस एक साल से ज्यादा लंबी जंग में जहां भारत की तरफ से वैज्ञानिकों के माध्यम से वैक्सीन्स को डेवलेप भी किया गया वहीं भारत के वैज्ञानिकों के द्वारा शायद हमारी पहली इंडिविजुअल रिसर्च के तहत दवा है जो सीधे-सीधे कोविड के वायरस के प्रकोप को पूरे वैज्ञानिक दृष्टिकोण से कम करने का पूरा पोटेन्शियल रखती है।
उन्होने बताया कि कोरोना वायरस को बढने से रोकने में यह दवा काफी हद तक प्रभावी है। उन्होंने कहा कि सरकार देश में स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे को लगातार सुदृढ़ कर रही है। देश में प्रेशर स्विंग एडर्जोप्शन संयंत्र लगाने के प्रयास किये जा रहे हैं और यह काम दो से तीन महीनों में पूरा कर लिया जायेगा।