रायपुर 21 जून।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा हैं कि बस्तर के विकास की दिशा कैसी होगी, इसे बस्तर के लोग तय कर रहे हैं,इसलिए बस्तर में अब तेजी से शांति के रास्ते खुल रहे हैं।
श्री बघेल ने आज बस्तर, बीजापुर और सुकमा जिले में विकास एवं निर्माण कार्यो के लोकार्पण एवं भूमिपूजन के वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बस्तर के किसान और वनवासी बस्तर का जैसा विकास चाहते हैं, वैसा ही विकास कर रहे हैं। बस्तर के विकास की दिशा कैसी होगी, इसे बस्तर के लोग तय कर रहे हैं।जब लोगों को उनके अधिकार मिलते हैं, उनके साथ न्याय होता है, रोजगार मिलता है, शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधा सुलभ होती है। बिजली, पेयजल एवं आवागमन की व्यवस्था सुगम होती है, तो समृद्धि आती है। समृद्धि से शांति और विकास का मार्ग प्रशस्त होता है।
उन्होने इस मौके पर मंत्री कवासी लखमा, बस्तर के सांसद दीपक बैज सहित सभी विधायकगणों के आग्रह पर चित्रकूट जलप्रपात परिसर में लाईट एंड साउंड शो सिस्टम, बीजापुर में सर्व सुविधायुक्त सेंट्रल लाईब्रेरी की स्थापना, कनकापाल से लेढा एवं झीरम घाटी से ईलमनार सड़क का निर्माण कराए जाने की घोषणा की।श्री बघेल ने इस अवसर पर जिला प्रशासन बस्तर द्वारा युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए मोबाइल एप ‘‘युवोदय एकेडमी’’, पर्यटकों को बस्तर जिले के पर्यटन स्थल की जानकारी देने के लिए वेबसाईट और नवाचार को प्रोत्साहित एवं स्व-उद्यमिता में रूचि रखने वाले बस्तर के युवाओं के सहयोग के लिए गठित सोसायटी ‘‘थिंक-बी’’ के लोगो को लॉन्च किया।
श्री बघेल ने इस अवसर पर बस्तर, बीजापुर और सुकमा जिले में 642 करोड़ रूपए के विकास एवं निर्माण कार्यो का लोकार्पण और भूमिपूजन किया, जिसमें बीजापुर जिले में 380.36 करोड़ की लागत के 721 कार्य, बस्तर जिले में 167.21 करोड़ की लागत के 70 कार्य तथा सुकमा जिले में 94.10 करोड़ रूपए की लागत के 88 विकास एवं निर्माण कार्य शामिल हैं।