रायपुर 21 अगस्त।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि नव घोषित मनेन्द्रगढ़ जिला अब मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के नाम से जाना जाएगा।
श्री बघेल ने आज मुख्यमंत्री निवास में आयोजित कार्यक्रम में सक्ती और मनेन्द्रगढ़ जिले से आए नागरिकों के बीच की। मनेन्द्रगढ़वासियों ने मुख्यमंत्री का मुकुट पहनाकर अभिनंदन किया। नागरिकों ने इस अवसर पर उन्हें अभिनंदन पत्र भी भेंट किया।कार्यक्रम में दोनों नव घोषित जिलों से आए नागरिकों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने नये जिले बनाए जाने पर विधानसभा अघ्यक्ष डॉ. चरण दास महंत के प्रति भी आभार व्यक्त किया। सक्ती जिले से आए जनप्रतिनिधियों, नागरिकों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और डॉ. चरणदास महंत का पोट्रेट भेंट कर और शाल पहनाकर जिला निर्माण के लिए उनका अभिनंदन किया।
श्री बघेल ने दोनों नव घोषित जिलों से आए नागरिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नया जिला बनने से वहां के नागरिकों का माटी के प्रति प्रेम देखने को मिल रहा है। लोगों ने जिस उत्साह से नए जिले का स्वागत कर रहे हैं, उससे इस बात का अंदाजा लगा सकते है कि वहां किस प्रकार की खुशी का वातावरण होगा। नए जिले के निर्माण के साथ-साथ इन जिलों में शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार सहित सभी क्षेत्रों में विकास के काम तेजी से होंगे। मुख्यमंत्री ने मनेन्द्रगढ़वासियो की मांग और उनकी भावनाओं को देखते हुए नव घोषित मनेन्द्रगढ़ जिले का नाम मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर किए जाने की घोषणा की।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत ने कहा कि सक्ती और मनेन्द्रगढ़ के नागरिकों का वर्षों पुराना सपना मुख्यमंत्री श्री बघेल ने पूरा किया है। मुख्यमंत्री ने अपने ढ़ाई साल के कार्य काल में पांच जिलों की सौगात दी। डॉ. महंत ने कहा कि सक्ती क्षेत्र से सर्वाधिक लोग रोजगार के लिए बाहर जाते हैं, सक्ती को नया जिला बनाए जाने से न सिर्फ क्षेत्र का पूरा विकास होगा, बल्कि स्थानीय लोगों को बेहतर सुविधाएं और रोजगार के अवसर मिलेंगे। सक्ती और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के नागरिक भी अपने क्षेत्र में मिल जुलकर विकास का एक नया वातावरण बनाएंगे। कार्यक्रम को विधायक डॉ. विनय जायसवाल, विधायक एवं सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष गुलाब कमरो ने भी सम्बोधित किया।