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सावरकर माफी मांगने के बाद जीवनभर अंग्रेजों के साथ रहे – भूपेश

रायपुर 13 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के सावरकर के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कहने पर माफीनामा मांगने के दावे को हास्यापद करार देते हुए कहा कि सावरकर माफी मांगने के बाद जीवनभर अंग्रेजों के साथ रहे।

श्री बघेल ने आज यहां पत्रकारों द्वारा रक्षा मंत्री श्री सिंह के दावे के बारे में पूछे जाने पर कहा कि यह समझ से परे और हास्यापद हैं कि सावरकर सेल्युलर जेल में बन्द थे,और गांधी जी वर्धा में थे तो दोनो में कैसे सम्पर्क हुआ जिसमें गांधी जी ने उन्हे यह सलाह दे दी।उन्होने कहा कि सावरकर ने जेल में रहकर एक बार नही आधा दर्जन बार अंग्रेजों से माफी मांगी है।

उन्होने कहा कि सावरकर ने माफी मांगने के बाद जीवनभर अंग्रजों के साथ रहे और उनके एजेन्डे  फूट डालों और राज करों की नीति पर काम किया और सबसे पहले 1925 में दो राष्ट्र की बात सावरकर ने की।देश के विभाजन की प्रास्तावना इसके बाद मुस्लिम लीग ने 1937 में दो राष्ट्र की बात उठाई।यानी साम्प्रदायिकता क पक्षधर दोनो संगठन देश के बंटवारे की नींव आजादी से बहुत पहले रख चुके थे।