रायपुर, 13 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके से बस्तर के आदिवासियों ने आज मुलाकात कर उनसे पांचवी अनुसूची वाले क्षेत्रों में नवनिर्मित नगर पंचायतों को फिर से ग्राम पंचायत बनाने का आग्रह किया।
आदिवासियों का यह समूह बस्तर से पैदल चलते हुए राजभवन के दरवाजे पहुंचा और राज्यपाल से मिलने की इच्छा जताई।उन्होंने पूर्व में राजभवन से कोई समय नहीं लिया था, मगर राज्यपाल सुश्री उइके को यह जानकारी मिली तो उन्होंने बिना किसी निर्धारित प्रक्रिया का पालन किये बिना अधिकारियों को उन्हें राजभवन के भीतर बुलाने का निर्देश दिया और उन्हें सम्मानपूर्वक बैठाकर उनकी व्यथा सुनी।
प्रतिनिधिमण्डल ने राज्यपाल को बस्तर सहित अन्य नगर पंचायतों को फिर से ग्राम पंचायत बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ये नगर पंचायतें पूर्व में ग्राम पंचायत थी। नगर पंचायत बनने से उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।इस कारण उन्हें फिर से ग्राम पंचायत बनाया जाए।
राज्यपाल ने कहा कि पांचवी अनुसूची के तहत ग्राम पंचायतों को नगर पंचायत नहीं बनाया जाना चाहिए। जिन ग्राम पंचायतों को नगर पंचायत बनाया गया है, उनके सभी कानूनी पहलुओं पर अध्ययन किया जा रहा है और उस पर नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।उन्होंने कहा कि इस समय आदिवासियों का मुख्य त्यौहार विश्व प्रसिद्ध दशहरा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह बस्तर की सांस्कृतिक पहचान है।इस पर्व को सब मिलजुलकर मनाएं। इसमें मैं भी शामिल होने बस्तर आ रही हूं।
इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरविन्द नेताम, पूर्व सांसद सोहन पोटाई, विधायक शिशुपाल शोरी सहित बड़ी संख्या में आदिवासी उपस्थित थे।