रायपुर, 15 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ के राज्य गीत के बाद अब राजकीय गमछा भी होंगा। शासकीय आयोजनों में अब यह गमछा अतिथियों को भेंट किया जाएगा।
राज्य में दिसम्बर 18 में विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस की सरकार बनने पर लगभग एक वर्ष बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्योत्सव के मौके पर डा.नरेन्द्र देव वर्मा के ..अरपा पैरी..के गीत को राज्य गीत घोषित किया था।मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कल छत्तीसगढ़ के राजकीय गमछे का लोकार्पण किया।
छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा संघ द्वारा राज्य की पारंपरिक सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने वाले ये गमछे टसर सिल्क एवं कॉटन बुनकरों तथा गोदना हस्त शिल्पियों द्वारा तैयार कराए गए हैं।गमछे पर छत्तीसगढ़ के राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना, राजकीय पशु वन भैंसा, मांदर, बस्तर के प्रसिद्ध गौर मुकुट और लोक नृत्य करते लोक कलाकारों के चित्र गोदना चित्रकारी से अंकित किए गए हैं।
गमछे की डिजाईन में धान के कटोरे के रूप में प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ राज्य को प्रदर्शित करने के लिए धान की बाली तथा हल जोतते किसान को प्रदर्शित किया गया है। सरगुजा की पारंपरिक भित्ति चित्र कला की छाप गमछे के बार्डर में अंकित की गई है।गमछा तैयार करने के पारिश्रमिक के अलावा गमछे से होने वाली आय का 95 प्रतिशत हिस्सा बुनकरों तथा गोदना शिल्पकारों को दिया जाएगा।