नई दिल्ली 25 जनवरी।सामाजिक कार्यकर्ता नानाजी देशमुख, गायक भुपेन हजारिका और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न प्रदान किया जायेगा।नानाजी देशमुख और भूपेन हजारिका को यह पुरस्कार मरणोपरांत दिया जा रहा है।
राष्ट्रपति रह चुके श्री मुखर्जी विदेश मंत्री,रक्षा मंत्री सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं।लगभग पांच दशक लम्बे उनके संसदीय जीवन की शुरूआत 1969 में कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सदस्य के रूप में हुई थी। (उच्च सदन) से शुरू हुआ था।नाना जी देशमुख भारतीय जनसंघ के नेता थे। 1977 में जब जनता पार्टी की सरकार बनी, तो उन्हें मोरारजी मत्रिमंडल में शामिल किया गया था लेकिन उन्होंने यह कहकर कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोग सरकार से बाहर रहकर समाज सेवा का कार्य करें, मंत्री पद ठुकरा दिया था।
एक बहुमुखी प्रतिभा के गीतकार, संगीतकार और गायक भूपेन हजारिका भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम से थे।इसके अलावा वे असमिया भाषा के कवि, फिल्म निर्माता, लेखक और असम की संस्कृति और संगीत के अच्छे जानकार भी रहे थे।वह अपने गीत खुद लिखते थे, संगीतबद्ध करते थे और गाते थे। उन्होंने अपनी मूल भाषा असमिया के अलावा भूपेन हजारिका हिंदी, बंगला समेत कई अन्य भारतीय भाषाओं में गाना गाते रहे थे। उन्हें पद्मभूषण सम्मान से भी सम्मानित किया गया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि.. प्रणब दा हमारे समय के उत्कृष्ट राजनेता हैं। उन्होंने दशकों तक देश की निस्वार्थ और अथक सेवा की है और देश की विकास यात्रा पर मजबूत छाप छोड़ी है। उनकी बुद्धिमत्ता और मेधा के सानी बहुत कम लोग होंगे। प्रसन्नता है कि उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा की गई है..।