लखनऊ 21 नवम्बर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यवहारिक धरातल पर पुलिस की आवश्यकता के लिए भावी प्रौद्योगिकी के अनुकूलन और अंत: संचालनीय प्रौद्योगिकी के विकास का आह्वान किया है।
श्री मोदी ने आज यहां पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों के 56वें सम्मेलन के समापन-सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि इससे देशभर के पुलिस बलों को लाभ होगा।उन्होंने कल और आज इस सम्मेलन के सभी सत्रों में भाग लिया।
सम्मेलन में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 62 महानिदेशक और महानिरीक्षक तथा लखनऊ में सीएपीएफ और सीपीओ के महानिदेशक शामिल हुए। सम्मेलन में देशभर के खुफिया विभाग के कार्यालयों से चार सौ से अधिक विभिन्न रैंक के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए।
श्री मोदी ने समापन सत्र में पुलिस संबंधी सभी घटनाओं के विश्लेषण और केस स्टडी के विकास का आह्वान किया ताकि इस तरह की घटनाओं से सीखने की संस्थागत व्यवस्था विकसित की जा सके।उन्होंने सम्मेलन को ऑफ लाइन और ऑनलाइन आयोजित किए जाने की सराहना की क्योंकि इससे विभिन्न पदों पर तैनात अधिकारियों के बीच सूचना का मुक्त रूप से प्रवाह सुनिश्चित हुआ।प्रधानमंत्री ने सम्मेलन के दौरान चर्चा में भाग लिया और महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
श्री मोदी ने खुफिया ब्यूरो के कर्मियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से सम्मानित किया। पहली बार प्रधानमंत्री के निर्देश के अनुसार विभिन्न राज्यों के आई पी एस अधिकारियों ने समकालिक सुरक्षा मुद्दों पर लेख भी प्रस्तुत किए जिससे सम्मेलन और अधिक महत्वपूर्ण हो गया।
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