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छत्तीसगढ़ में लिखी जा रही विकास की नई इबारत-कोविंद

रायपुर 05 नवम्बर।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि नये छत्तीसगढ़ राज्य में विकास की नई इबारत लिखी जा रही है।

श्री कोविंद आज शाम नया रायपुर में पांच दिवसीय राज्योत्सव के समापन अवसर पर महान विभूतियों के नाम पर आयोजित राज्य अलंकरण समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का विकास पूरे देश के विकास का उदाहरण बन सकता है।यह राज्य विकास की ऊंचाईयों तक पहुंचेगा।उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ संत परम्परा की धरती है, जहां 18वीं सदी में गुरू घासीदास जी ने सत्य, अहिंसा और परोपकार के मार्ग पर चलकर दलितों, पिछड़ों और समाज की अंतिम पंक्ति के लोगों को अधिकार दिलाने का सार्थक प्रयास किया।

उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती को भगवान राम की माता कौशल्या के मायके और आदि कवि वाल्मिकी की तपोभूमि के रूप में भी जाना जाता है। महर्षि वाल्मिकी ने इस धरती पर रामायण की रचना की। इसी कड़ी में राष्ट्रपति ने अमर शहीद वीर नारायण सिंह को भी याद किया और कहा कि वीरनारायण सिंह सन 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष करते हुए किसानों और गरीबों के रक्षक की भूमिका निभाई।

श्री कोविंद ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास को स्वामी विवेकानंद जैसी महान विभूतियों का भी विशेष आशीर्वाद प्राप्त है।यहां की सरकार द्वारा गरीबों, आदिवासियों, दलितों और समाज के कमजोर वर्गों की सेवा और उत्थान के लिए जो भी कार्य किए जा रहे हैं, वह स्वामी विवेकानंद के आदर्शों के अनुरूप है।श्री कोविंद ने कहा कि नया राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ के विकास के अनेक नये कदम उठाए हैं। 21वीं शताब्दी की आधुनिकता के साथ नया रायपुर को भारत के ईको फ्रेंडली शहर के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसकी चौड़ी सड़कें और हरियाली नगर नियोजन का एक आदर्श उदाहरण है।

उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने जनता को भोजन का अधिकार देने के लिए खाद्य और पोषण सुरक्षा कानून बनाया है और 60 लाख परिवारों को इसका लाभ मिल रहा है। गरीबों को सस्ते चावल के साथ मुफ्त नमक देने के लिए भी राज्य सरकार राशि खर्च कर रही है। राष्ट्रपति ने कहा-छत्तीसगढ़ की राशन वितरण व्यवस्था में सभी गरीबों को मुफ्त नमक वितरण अंत्योदय का ही एक बड़ा उदाहरण है।

श्री कोविंद ने राज्य में 56 लाख परिवारों को सालाना 50 हजार रूपए तक निःशुल्क इलाज के लिए स्मार्ट कार्ड वितरण, किसानों को शून्य ब्याज दर पर ऋण वितरण, बालिकाओं के लिए कॉलेज स्तर तक निःशुल्क शिक्षा जैसी कल्याणकारी योजनाओं का विशेष रूप से उल्लेख किया। श्री कोविंद ने स्वच्छता सर्वेक्षण में दो लाख से कम आबादी वाले शहरों की श्रेणी में अम्बिकापुर को प्रथम स्थान मिलने पर वहां की जनता और खास तौर पर महिला समूहों के योगदान की तारीफ की।

श्री कोविंद ने छत्तीसगढ़ की 17 वर्षों की विकास यात्रा को ऐतिहासिक बताया और कहा कि रामकृष्ण मिशन आश्रम द्वारा नारायणपुर जिले में वर्ष 1980 के दशक से आदिवासियों की सेवा के लिए घने जंगलों में अस्पताल, स्कूल आदि का संचालन किया जा रहा है, जो सेवा कार्यों की एक बड़ी मिसाल है।श्री कोविंद ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि छत्तीसगढ़ के विकास को स्वामी विवेकानंद का विशेष आशीर्वाद प्राप्त है। यहां के हरे-भरे जंगल, बहुमूल्य खनिज और जलसम्पदा विकास के स्त्रोत हैं, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि यहां के लोग सरल और स्नेहिल स्वभाव के हैं। यहां के लोगों में अपने राज्य के विकास को लेकर एक मधुर सा भाव है, जो वे ’छत्तीसगढि़या-सबले बढि़या’ के रूप में प्रकट करते हैं।

राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ में नक्सल हिंसा की घटनाओं में शहीद पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों की शहादत को भी याद किया। श्री कोविंद ने कहा-आज यहां राज्योत्सव में आने के पहले मैंने शहीद स्मारक जाकर वीर सपूतों को श्रद्धांजलि दी। श्री कोविंद ने कहा-इन शहीदों की संख्या 1100 से अधिक है। ये बहुत बड़ी संख्या है। इन वीर सपूतों ने राज्य की अस्मिता और देश में अमन-चैन बनाए रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उन वीर सपूतों ने यदि वे कुर्बानी नहीं देते तो शायद हम ये उत्सव नहीं मना पाते। श्री कोविंद ने कहा-मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासियों, दलितों, किसानों और युवाओं तथा नक्सल हिंसा पीडि़त लोगों की भलाई के लिए सराहनीय कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ का विकास पूरे देश के विकास का उदाहरण बन सकता है।
राज्यपाल श्री बलरामजी दास टंडन ने कहा कि नया छत्तीसगढ़ राज्य 18वें साल में प्रवेश कर चुका है। इस छोटी सी आयु में राज्य की प्रगति अत्यंत अद्भुत और अद्वितीय है। आम जनता के लिए राज्य सरकार की योजनाओं के साथ-साथ केन्द्र की योजनाओं का भी यहां प्रभावी क्रियान्वयन हो रहा है। श्री टंडन ने स्वच्छ भारत मिशन की चर्चा करते हुए कहा कि राज्य में सभी नगर निगम और नगर पालिकाएं खुले में शौचमुक्त घोषित हो चुकी हैं। लगभग 15 हजार गांव भी स्वच्छता का यह लक्ष्य प्राप्त कर चुके हैं और अब थोड़ा सा ही कार्य बाकी रह गया है। इस मिशन के तहत देश को 2019 तक स्वच्छ भारत बनाने का लक्ष्य है, लेकिन छत्तीसगढ़ में हो रहे कार्यों को देखते हुए मुझे विश्वास है कि यहां की सरकार इस लक्ष्य को एक वर्ष पहले ही 2018 तक प्राप्त कर लेगी।

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने समारोह में राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद का स्वागत करते हुए जनता को सम्बोधित किया। डॉ. रमन सिंह ने कहा-राज्योत्सव छत्तीसगढ़ की ढाई करोड़ जनता का उत्सव है। यह राज्य के निर्माण का और विकास का उत्सव है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार द्वारा गांव, गरीब और किसानों तथा समाज के कमजोर वर्गों की बेहतरी के लिए संचालित योजनाओं पर प्रकाश डाला। डॉ. सिंह ने कहा-प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित सौभाग्यम योजना के तहत छत्तीसगढ़ के लगभग तीन लाख 40 हजार  विद्युत विहीन घरों तक बिजली पहुंचाई जाएगी। राज्य सरकार ने इस वर्ष भी खरीफ मौसम के धान की खरीदी के लिए सहकारी समितियों में समुचित व्यवस्था की है। किसानों को इस बार की तरह अगले साल भी दीपावली से पहले धान का बोनस दिया जाएगा।