गरियाबंद 15 फरवरी।छत्तीसगढ़ के प्रयाग के नाम से प्रसिद्ध राजिम में माघी पुन्नी मेला 16 फरवरी से शुरू होकर 01 मार्च महाशिवरात्रि तक चलेगा।
त्रिवेणी संगम स्नान के लिए 16 फरवरी माघ पूर्णिमा, 23 फरवरी जानकी जयंती और 01 मार्च महाशिवरात्रि को विशेष पर्व रहेगा। मेले का शुभारंभ 16 फरवरी को शाम 7 बजे छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.चरणदास महंत करेंगे।
महानदी के तट पर स्थित राजिम छत्तीसगढ़ का प्रसिद्ध तीर्थ है। इसे छत्तीसगढ़ का ’प्रयाग’ भी कहते हैं। यहाँ के प्रसिद्ध राजीव लोचन मंदिर में भगवान विष्णु प्रतिष्ठित हैं। प्रतिवर्ष यहाँ पर माघ पूर्णिमा से लेकर शिवरात्रि तक एक विशाल मेला लगता है। यहाँ पर महानदी, पैरी नदी तथा सोंढुर नदी का संगम होने के कारण यह स्थान छत्तीसगढ़ का त्रिवेणी संगम कहलाता है।
माघी पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक चलने वाले इस मेले में श्री राजीवलोचन मंदिर, श्री कुलेश्वर महादेव, श्री महाप्रभु वल्लभाचार्य जी प्राकट्य स्थल चम्पारण, प्राचीन देवालयों के दर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का श्रद्धालु प्रतिदिन आनंद ले सकते हैं। प्रथम दिन प्रातः 4 बजे से विशेष पर्व स्नान से मेला का आगाज होगा।