रायपुर. 07 अप्रैल।विश्व स्वास्थ्य दिवस पर आज छत्तीसगढ़ के 29 आयुर्वेदिक केंद्रों में सियान जतन क्लीनिक की शुरूआत हुई। इन क्लिनिकों में 60 वर्ष से अधिक आयु के 906 बुजुर्गों का इलाज किया गया।
सियान जतन क्लिनिक के सिलसिले की शुरूआत आज प्रदेश के दो आयुर्वेदिक महाविद्यालयों के चिकित्सालय, पांच जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय और 22 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में की गई। इन सभी केंद्रों में अब हर महीने के पहले गुरूवार को सियान जतन क्लिनिक लगाया जाएगा।
आयुष संचालनालय के सहायक संचालक डॉ. विजय साहू ने बताया कि रायपुर आयुर्वेदिक कॉलेज चिकित्सालय में आयोजित सियान जतन क्लिनिक में 80 और बिलासपुर के आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल में 52 बुजुर्गों का उपचार किया गया। दुर्ग जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 40, रायगढ़ जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 76, बालोद जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 92, सरगुजा जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में दस और बस्तर जिला आयुर्वेदिक चिकित्सालय में 60 वर्ष से अधिक उम्र के 22 मरीजों का इलाज किया गया। वहीं रायपुर, रायगढ़, बालोद, बिलासपुर, मुंगेली, जांजगीर, कोरबा, धमतरी, महासमुंद, राजनांदगांव, कबीरधाम, सूरजपुर, कोरिया, जशपुर और कांकेर जिले के 22 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित स्पेशलाइज्ड थेरेपी सेंटर्स में कुल 534 बुजुर्गों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराया गया।
उन्होने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों की सेहत की देखभाल के लिए एलोपैथिक केंद्रों में सियान जतन क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं। इसका विस्तार करते हुए अब आयुर्वेद के माध्यम से वृद्धावस्था में उत्पन्न होने वाले शारीरिक एवं मानसिक समस्याओं से पीड़ित वृद्धों को विशेष ओपीडी एवं पंचकर्म की सेवाएं राज्य के आयुर्वेदिक अस्पतालों में प्रदान की जाएंगी।