पाराडोल(कोरिया) 29 जून।छत्तीसगढ़ में चल रहे भेंट-मुलाकात के राज्य व्यापी कार्यक्रम में आज कोरिया जिले के पाराडोल पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उस समय बहुत उत्साहित हो गए जब एक नवयुवक ने बताया कि राज्य सरकार की गोधन न्याय योजना की वजह से उसे जीवनसंगिनी मिली और उसके जीवन में बहुत बदलाव हुआ है।
पाराडोल में ग्रामीणों से चर्चा के दौरान जब बात गोधन न्याय योजना को लेकर छिड़ी तो मुख्यमंत्री से भेंट-मुलाकात करने पहुंचे श्याम कुमार जायसवाल ने गोधन न्याय योजना से उनकी जिंदगी में आए बदलाव को लेकर रोचक किस्सा साझा किया।उसने बताया कि गोधन न्याय योजना की वजह से ही उनकी शादी की रुकावट दूर हुई और उन्हें जीवनसंगिनी मिली।उसके अनुसार दूध डेयरी का व्यवसाय शुरू किया था, लेकिन दूध से जितनी आमदनी होती थी उससे बमुश्किल आजीविका चल पाती थी। पहले मवेशियों का गोबर व्यर्थ ही था। गोधन न्याय योजना लागू होने के बाद उन्होंने गोबर बेचना शुरू किया। श्री श्याम कुमार अब तक दो लाख पांच हजार किलोग्राम गोबर बेच चुके हैं, जिसके एवज में उन्हें चार लाख 10 हजार रुपये की आमदनी हुई है। श्री श्याम कुमार ने कहा कि, यह योजना से उनके लिए अतिरिक्त आय का जरिया बना।
श्री कुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि गोबर बेचने से हुई आमदनी से पहले उन्होंने कुछ और गौवंश खरीदे, जिससे ज्यादा गोबर प्राप्त हो सके और उन्हें बेचकर उनकी आमदनी में इजाफा हो। वहीं गोबर बेचने से हुई आमदनी से उन्होंने मवेशियों के लिए शेड बनवाया। लगातार हो रही आमदनी से वह आर्थिक रूप से इतना सक्षम हो गया कि उसने अपने भाई के बच्चों का दाखिला अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में कराया।
गोधन न्याय योजना की वजह से वैवाहिक सूत्र में बंधे नवयुगल को सुनने के बाद मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उन्हें विवाह और दाम्पत्य जीवन के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं।उन्होने कहा कि, बीते साढ़े तीन साल में प्रदेशवासियों में राज्य सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है। नवयुगल इसका एक बड़ा उदाहरण है। बेटी के परिजनों को यह विश्वास था कि गोबर खरीदी जैसी योजना को राज्य सरकार निरंतर जारी रखेगी।