राष्ट्रीय शिक्षा नीति के साथ कदमताल करते हुए राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग ने मूल्यांकन व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन किया है। इस साल पहली से 12वीं तक के विद्यार्थियों की ग्रेडिंग के लिए छह आकलन और तीन परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को इसके लिए निर्देश जारी किया है।
पहली से 12वीं तक के विद्यार्थियों का जुलाई के आखिरी सप्ताह में प्रथम आकलन, अगस्त में द्वितीय आकलन, अक्टूबर में तृतीय आकलन, नवंबर में चतुर्थ आकलन, जनवरी में पंचम आकलन और फरवरी में षष्ठम आकलन होगा। वहीं इस बार पहली से 12वीं तक के सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों को सितंबर में तिमाही, दिसंबर में छमाही और मार्च में वार्षिक परीक्षा देनी होगी।
10वीं- 12वीं की बोर्ड परीक्षा मार्च के पहले सप्ताह
स्कूल शिक्षा विभाग के शेड्यूल के हिसाब से इस साल 10वीं -12वीं बोर्ड परीक्षा 2022-23 का आयोजन मार्च के पहले सप्ताह से होगा। पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों का आकलन राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा और नौवीं से 12वीं तक माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आधारित ब्लू प्रिंट के आधार पर किया जाएगा। 10वीं-12वीं की केवल वार्षिक परीक्षा माध्यमिक शिक्षा मंडल की ओर से आयोजित की जाएगी। बाकी सभी परीक्षाएं स्कूल स्तर पर ही होंगी।
स्कूल शिक्षा सचिव डा. एस. भारतीदासन ने कहा, विद्यार्थियों का आकलन किस तरह से करना है, इसके लिए अंकों का निर्धारण और शेड्यूल तय कर दिया गया है। इस बार छह आकलन और तीन परीक्षा के माध्यम से मूल्यांकन किया जाएगा।
पहली से पांचवीं 25 अंक प्रति आकलन 50 अंक प्रति परीक्षा
छठवीं से 12वीं 50 अंक प्रति आकलन 100 अंक प्रति परीक्षा
फैक्ट फाइल
32 हजार 766 प्राइमरी स्कूल प्रदेश में
16 हजार 453 मिडिल स्कूल
2,732 हाई और 4,543 हायर सेकेंडरी स्कूल
56 हजार 464 कुल स्कूल प्रदेश में
57 लाख विद्यार्थी सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत