नई दिल्ली 05 अगस्त।राज्यसभा के सभापति एम.वेंकैया नायडू ने कहा है कि संसद सत्र के दौरान या अन्य दिनों में आपराधिक मामलों में प्रवर्तन एजेंसियों की जांच सांसद टाल नहीं सकते।
पहले स्थगन के बाद सदन की बैठक जैसे ही शुरू हुई, तो श्री नायडू ने स्पष्ट किया कि यह कहना गलत है कि संसद सत्र के दौरान सांसदों को गिरफ्तारी, हिरासत और पूछताछ की प्रक्रिया से छूट है। सभापति की यह टिप्पणी विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के कल के उस आरोप के बाद आई है, जिसमें श्री खड़गे ने कहा था कि सत्र के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया है।
सभापित ने उच्चतम न्यायालय और राज्यसभा के विभिन्न निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि आपराधिक मामलों में पूछताछ के संदर्भ में सांसद और आम आदमी एक समान है। सांसद होने के नाते यह बहाना नहीं बनाया जा सकता। उन्होंने कहा कि कानून का पालन करने के नागरिक के कर्तव्यों की तरह सांसदों को भी इसका पालन करना चाहिए।