प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मेक इन इंडिया’ के साथ-साथ रक्षा क्षेत्र में भारत के बढ़ते प्रभाव पर जोर देते हुए कहा कि जिस देश में कभी कबूतरों को छोड़ा जाता था, वहां आज चीतों को छोड़ा जा रहा है। इस दौरान उन्होंने भारत-पाकिस्तान सीमा के पास दीसा में एक नए एयरबेस की आधारशिला भी रखी और कहा कि यह नया एयरबेस देश की सुरक्षा के लिए एक प्रभावी केंद्र के रूप में उभरेगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात भारत में रक्षा का केंद्र बनेगा और भारत की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ”भारत वही देश है जहां कभी कबूतरों को छोड़ा जाता था। आज देश उस मुकाम पर पहुंच गया है जहां चीतों को छोड़ा जा रहा है।” उन्होंने कहा कि घटनाएं कई बार छोटी लग सकती हैं लेकिन इसमें बड़ा संदेश छिपा होता है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने अपने जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को छोड़ा था। आपको यह भी बता दें कि भारत में 1952 में चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले आठ साल में देश का रक्षा निर्यात आठ गुना बढ़ा है। उन्होंने कहा, ”पिछले आठ वर्षों में हमारा रक्षा निर्यात आठ गुना बढ़ गया है। 2021-2022 में 13,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। हमारा लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में इसे 5 अरब डॉलर यानी लगभग 40,000 करोड़ रुपये तक ले जाने का है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मुझे बताया गया है कि रक्षा क्षेत्र में भारतीय उत्पादों की लिस्ट में लगभग 101 वस्तुओं को जोड़ा गया है। कुल मिलाकर 411 उत्पाद ऐसे हैं जहां भारत निर्यात पर निर्भर नहीं रहेगा। इससे रक्षा निर्माण में लगी भारतीय कंपनियों को मजबूती मिलेगी। रक्षा क्षेत्र में कुछ देशों का एकाधिकार था, लेकिन भारत ने इसमें अपनी जगह बना ली है।”
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