चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, लंबे समय तक तंबाकू के सेवन से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। जी हाँ, इनके सेवन से हड्डियों को मजबूत बनाए रखने और मरम्मत करने की क्षमता कम हो जाती है और इनके लगातार सेवन से यह धीरे-धीरे कमजोर हो जाती हैं। सबसे खासकर 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में।
जी दरअसल किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के हड्डी रोग विभाग के वरिष्ठ फैकल्टी प्रोफेसर शाह वलीउल्लाह ने कहा, ‘हड्डियों में दो प्रकार की कोशिकाएं होती हैं जिन्हें ऑस्टियोक्लास्ट और ऑस्टियोब्लास्ट कहा जाता है। वे हड्डियों को बनाने और तोड़ने के लिए जिम्मेदार हैं।” आगे उन्होंने बताया- ‘ओस्टियोक्लास्ट वे कोशिकाएं हैं जो हड्डियों को तोड़ती हैं ताकि उन्हें फिर से तैयार किया जा सके, जबकि ऑस्टियोब्लास्ट पूर्व द्वारा किए गए टूटने के बाद नई हड्डियों का निर्माण करती हैं और यह प्रक्रिया लगातार चलती रहती है।”
रिपोर्ट के मुताबिक यह भी देखा गया है कि जो लोग लंबे समय तक तंबाकू का सेवन करते हैं, चाहे वह धूम्रपान या चबाने के रूप में हो, ऑस्टियोक्लास्ट की संख्या बढ़ जाती है जबकि ऑस्टियोब्लास्ट कम हो जाते हैं। ऐसे में यह ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बनता है क्योंकि हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है।
केजीएमयू के एक अन्य ऑर्थोपेडिक सर्जन का कहना है कि, ‘हम मध्यम आयु वर्ग के रोगियों में इस तंबाकू से प्रेरित ऑस्टियोपोरोसिस को देखते हैं। वे अक्सर किशोरावस्था में तंबाकू का सेवन शुरू कर देते हैं और 35-40 साल की उम्र में उन्हें यह बीमारी हो जाती है।’ वहीं एक अन्य प्रोफेसर विक्रम सिंह ने कहा, ‘स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखते हुए धूम्रपान और तंबाकू के अन्य रूपों को छोड़ने से ऑस्टियोपोरोसिस को रोका जा सकता है।’
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