
विदेशों में भी मनायी जा रही छठ
पीएम मोदी ने कहा, ‘पहले गुजरात में उतनी छठ पूजा नहीं होती थी, लेकिन समय के साथ आज करीब-करीब पूरे गुजरात में छठ पूजा के रंग नजर आने लगे हैं। ये देखकर मुझे भी बहुत खुशी होती है। आजकल हम देखते हैं, विदेशों से भी छठ पूजा की कितनी भव्य तस्वीरें आती हैं। यानी भारत की समृद्ध विरासत, हमारी आस्था, दुनिया के कोने-कोने में अपनी पहचान बढ़ा रही है | इस महापर्व में शामिल होने वाले हर आस्थावान को मेरी तरफ़ से बहुत-बहुत शुभकामनाएं।|’Sharing this month's #MannKiBaat. Do tune in. https://t.co/1xvvEZP8Id
— Narendra Modi (@narendramodi) October 30, 2022
एक भारत-श्रेष्ठ भारत का उदाहरण है छठ पर्व
पीएम मोदी ने कहा, छठ का पर्व ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का भी उदाहरण है। आज बिहार और पूर्वांचल के लोग देश के जिस भी कोने में हैं, वहां धूमधाम से छठ का आयोजन हो रहा है। दिल्ली, मुंबई समेत महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलों और गुजरात के कई हिस्सों में छठ का बड़े पैमाने पर आयोजन होने लगा है।‘बिजली का उपयोग करने पर अब मिल रहे पैसे’
पीएम मोदी ने कहा, ‘साथियो, क्या आप कभी कल्पना कर सकते हैं कि आप महीने भर बिजली का उपयोग करें और आपका बिजली बिल आने के बजाय, आपको बिजली के पैसे मिलें ? आपने कुछ दिन पहले, देश के पहले सूर्य ग्राम – गुजरात के मोढेरा की खूब चर्चा सुनी होगी | मोढेरा सूर्य ग्राम के ज्यादातर घर, सोलर पावर से बिजली पैदा करने लगे हैं | अब वहां के कई घरों में महीने के आखिर में बिजली का बिल नहीं आ रहा, बल्कि, बिजली से कमाई का चेक आ रहा है |’.jpg)
सूर्य देव का वरदान है सौर ऊर्जा
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘सौर ऊर्जा सूर्य देव का वरदान है। सोलर इनर्जी आज एक ऐसा विषय है, जिसमें पूरी दुनिया अपना भविष्य देख रही है और भारत के लिए तो सूर्य देव सदियों से उपासना ही नहीं, जीवन पद्धति के भी केंद्र में रह रहे हैं।’
पीएम मोदी के ‘मन की बात’ के प्रमुख बिंदु
- हमारा देश, सोलर सेक्टर के साथ ही स्पेस सेक्टर में भी कमाल कर रहा है।
- पूरी दुनिया, आज भारत की उपलब्धियां देखकर हैरान है।
- भारत ने एक साथ 36 उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित किया है।
- दीपावली से ठीक एक दिन पहले मिली ये सफलता एक प्रकार से ये हमारे युवाओं की तरफ से देश को एक स्पेशल दिवाली गिफ्ट है।
- इस लॉन्चिंग के साथ भारत ग्लोबल कमर्शियल मार्केट में एक मजबूत खिलाड़ी बनकर उभरा है, जिससे अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत के लिए अवसरों के नए द्वार खुले हैं।
‘छात्र-शक्ति भारत को शक्तिशाली बनाने का आधार है’
पीएम मोदी ने मन की बात में कहा, ‘कई बार हम देखते हैं कि जब स्टूडेंट पावर की बात होती है, तो इसको छात्रसंघ चुनावों से जोड़कर उसका दायरा सीमित कर दिया जाता है, लेकिन स्टूडेंट पावर का दायरा बहुत बड़ा है, बहुत विशाल है। छात्रों की शक्ति भारत को शक्तिशाली बनाने का आधार है। आज जो युवा हैं, वही तो भारत को 2047 तक लेकर जाएंगे। जब भारत शताब्दी मनायेगा, युवाओं की ये शक्ति, उनकी मेहनत, उनका पसीना, उनकी प्रतिभा, भारत को उस ऊंचाई पर लेकर जाएगी, जिसका संकल्प देश आज ले रहा है।’‘युवाओं का काम प्रेरणा देने वाला है’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हमारे आज के युवा, जिस तरह देश के लिए काम कर रहे हैं, Nation building में जुट गए हैं, वो देखकर मैं बहुत भरोसे से भरा हुआ हूं। जिस तरह हमारे युवा हैकाथॉन में problem solve करते हैं, रात-रात भर जागकर घंटों काम करते हैं, वो बहुत ही प्रेरणा देने वाला है।’IIT के छात्रों ने संभाली कमान
पीएम मोदी ने कहा, ‘मैंने लाल किले से ‘जय अनुसंधान’ का आह्वान किया था। मैनें इस दशक को भारत का Techade बनाने की बात भी कही थी। मुझे ये देखकर बहुत अच्छा लगा, इसकी कमान हमारी IITs के students ने भी संभाल ली है।’समाज के कण-कण में समाहित है पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता, हमारे समाज के कण-कण में समाहित है और इसे हम अपने चारों ओर महसूस कर सकते हैं। देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं, जो पर्यावरण की रक्षा के लिए अपना जीवन खपा देते हैं।’31 दिसंबर को देश भर में रन फॉर यूनिटी का होगा आयोजन
पीएम मोदी ने कहा कि कल 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस है, सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जन्म-जयन्ती का पुण्य अवसर है। इस दिन देश के कोने-कोने में रन फॉर यूनिटी का आयोजन किया जाता है। ये दौड़, देश में एकता के सूत्र को मजबूत करती है, हमारे युवाओं को प्रेरित करती है।राष्ट्रीय खेलों ने दिया एकता का संदेश
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जुड़ेगा इंडिया तो जीतेगा इंडिया’ इस थीम के साथ राष्ट्रीय खेलों ने जहां एकता का मजबूत सन्देश दिया, वहीं भारत की खेल संस्कृति को भी बढ़ावा देने का काम किया है। आपको यह जानकर खुशी होगी कि भारत में राष्ट्रीय खेलों का अब तक का सबसे बड़ा आयोजन था। गोल्ड मेडल जीतने में सबसे आगे जो तीन टीमें रहीं, वे हैं- सर्विसेस की टीम, महाराष्ट्र और हरियाणा की टीम। इन खेलों में छह राष्ट्रीय रिकार्ड बने और करीब-करीब 60 नेशनल गेम्स रिकार्ड भी बने।’बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के खिलाफ लोगों को किया था एकजुट
नवम्बर महीने में 15 तारीख को हमारा देश जन-जातीय गौरव दिवस मनाएगा। आपको याद होगा, देश ने पिछले साल भगवान बिरसा मुंडा की जन्म जयन्ती के दिन आदिवासी विरासत और गौरव को सेलिब्रेट करने के लिए ये शुरुआत की थी। भगवान बिरसा मुंडा ने अपने छोटे से जीवन काल में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लाखों लोगों को एकजुट कर दिया था। उन्होंने भारत की आजादी और आदिवासी संस्कृति की रक्षा के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया था।‘धरती आबा ने कहा था- यह धरती हमारी है’
जब धरती आबा बिरसा मुंडा की बात आती है, छोटे से उनके जीवन काल की तरफ नजर करते हैं, आज भी हम उसमें से बहुत कुछ सीख सकते हैं। धरती आबा ने कहा था- यह धरती हमारी है, हम इसके रक्षक हैं। उन्होंने हमेशा इस बात पर जोर दिया था कि हमें हमारी आदिवासी संस्कृति को भूलना नहीं है, उससे रत्ती-भर भी दूर नहीं जाना है। आज भी हम देश के आदिवासी समाजों से प्रकृति और पर्यावरण को लेकर बहुत कुछ सीख सकते हैं।गुरु नानकदेव जी ने मानवता के लिए प्रकाश फैलाया
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 8 नवम्बर को गुरुपुरब है। गुरु नानक जी का प्रकाश पर्व जितना हमारी आस्था के लिए महत्वपूर्ण है, उतना ही हमें इससे सीखने को भी मिलता है। गुरु नानकदेव जी ने अपने पूरे जीवन, मानवता के लिए प्रकाश फैलाया। देश ने गुरुओं के प्रकाश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अनेकों प्रयास किए हैं।करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण होना सुखद
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमें गुरु नानकदेव जी का 550वां प्रकाश पर्व, देश और विदेश में व्यापक स्तर पर मनाने का सौभाग्य मिला था। दशकों के इंतजार के बाद करतारपुर साहिब कॉरिडोर का निर्माण होना भी उतना ही सुखद है। हमें हमारे गुरुओं के विचारों से लगातार सीखना है, उनके लिए समर्पित रहना है। इसी दिन कार्तिक पूर्णिमा का भी है, इस दिन हम तीर्थों में, नदियों में, स्नान करते हैं, सेवा और दान करते हैं। मैं आप सभी को इन पर्वों की हार्दिक बधाई देता हूं।’पिछले महीने कब प्रसारित हुआ था ‘मन की बात’
पिछले महीने 25 सितंबर को पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ के 93वें एपिसोड को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने चंडीगढ़ हवाई अड्डे (Chandigarh International Airport) का नाम बदलकर शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने का ऐलान किया था।