जगदलपुर 12 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज प्रदेश व्यापी बिजली तिहार के दौरान यहां 633 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित 400/200 के.वी.विद्युत सब स्टेशन और पारेषण लाइन का लोकार्पण किया।यह राज्य का तीसरा सबसे बड़ा और सर्वाधिक क्षमता का विद्युत सब स्टेशन है।
डा.सिंह ने आज लोकार्पण के साथ ही महुपाल बरई-बारसूर पारेषण लाइन का शिलान्यास भी किया। इसके बाद वे निकटवर्ती ग्राम भिरलिंगा पहुंचे, जहां उन्होंने अन्य अनेक निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया।इन्हें मिलाकर आज ‘14 साल बेमिसाल’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बस्तर जिले के विकास के लिए लगभग 764 करोड़ 75 लाख रूपए के निर्माण कार्यों की सौगात दी।
उन्होंने कहा कि बस्तर अब एक नये युग में प्रवेश कर रहा है। राज्य सरकार द्वारा स्थापित 400/220 के.वी.विद्युत उपकेन्द्र के जरिये यहां चौबीसों घंटे बिजली की गुणवत्तापूर्ण निरंतर आपूर्ति होगी और सम्पूर्ण बस्तर अंचल में कभी भी अंधेरा नहीं रहेगा। उन्होंने वहां छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (क्रेडा) द्वारा 92.15 लाख रूपए की लागत से रूर्बन मिशन योजना के तहत 19 स्थानों पर लगाए गए 900 वॉट क्षमता के सोलर पंपों, 3 करोड़ 72 लाख 48 हजार रूपए की लागत से 101 स्थानों पर लगाए गए।
डॉ.सिंह ने कार्यक्रम में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा बस्तर संभाग द्वारा 32.51 लाख रूपए की लागत से घाटपदमूर में निर्मित महिला छात्रावास भवन, 22.41 लाख रूपए की लागत से निर्मित प्राचार्य आवास गृह निर्माण, 41.41 लाख रूपए की लागत से निर्मित कर्मचारी आवास और लोक निर्माण विभाग द्वारा 2 करोड़ 13 लाख 15 हजार रूपए की लागत से तोकापाल में निर्मित शासकीय कॉलेज भवन का भी लोकार्पण किया।