रायपुर 06 दिसम्बर।छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने कहा कि मितानिन पेटी से लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पतालों तक पर्याप्त दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने बेहतर आपूर्ति व्यवस्था जरूरी है। इसके बिना यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज का लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता।
श्री सिंहदेव ने आज यहां छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन(सीजीएमएससी) के अध्यक्ष एवं निदेशकों तथा वरिष्ठ विभागीय अधिकारियों के साथ देशभर से आए फॉर्मास्युटिकल कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में कहा कि सीजीएमएससी के द्वारा प्रदेश भर में सही कीमत पर गुणवत्तापूर्ण दवाई उपलब्ध कराने के लिए इसकी आपूर्ति की व्यवस्था को लगातार मजबूत किया जा रहा है। सही कीमत पर दवाईयां मिलने से प्रदेश के लिए ज्यादा दवाईयां खरीदी जा सकती हैं।उन्होंने दवा प्रतिनिधियों से कहा कि आप लोगों के सहयोग से प्रदेश में दवा आपूर्ति में तेजी लाने और पर्याप्त दवाईयों के भंडारण में मदद मिलेगी।
दो दिवसीय राष्ट्रीय फॉर्मास्युटिकल एंड इक्वीपमेंट मेनुफेक्चरर्स मीट के पहले दिन आज सिपला, एबॉट, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, जिओमेड, भारत सीरम, जॉनसन एंड जॉनसन, नोवार्टिज और बायोकॉन जैसी कई प्रतिष्ठित कंपनियों सहित करीब 90 फॉर्मा व सप्लायर कंपनियों तथा दवा आपूर्ति की निविदा में भाग लेने वाले फर्मों ने हिस्सा लिया। सीजीएमएससी के अध्यक्ष डॉ. प्रीतम राम, निदेशक डॉ. के.के. ध्रुव और स्वास्थ्य विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. भी मीट में शामिल हुए।
मीट में प्रदेश में दवाईयों एवं कन्ज्युमेबल्स की आपूर्ति में आ रही दिक्कतों के समाधान पर विस्तृत चर्चा की गई। सीजीएमएससी के द्वारा दवा आपूर्ति के लिए जारी निविदा में कम्पनियों की भागीदारी बढ़ाने, वर्तमान निविदा प्रक्रिया में सप्लायरों को आ रही समस्याओं तथा उनके समाधान, दवाओं के क्षेत्र में उपलब्ध नवीन तकनीकों, भविष्य की कार्ययोजना आदि विषयों पर भी इस दौरान विमर्श किया गया। प्रतिभागी कंपनियों ने निविदा की वर्तमान प्रक्रिया और इसे बेहतर बनाने के लिए अपने फीडबैक और सुझाव दिए।