आईआईटी में मैनेजमेंट का क्रेज बढ़ता जा रहा है। यही वजह है कि इसमें दाखिला लेने वाले 75 फीसदी छात्र इंजीनियर हैं। बीटेक करने के बाद ये छात्र टॉप पैकेज पर इंडस्ट्री में काम करते हैं पर अनुभव बढ़ाने और इंडस्ट्री में और अच्छा मुकाम पाने के लिए संसथान में मैनेजमेंट में दाखिला ले रहे हैं। दाखिला लेने वाले अधिकतर छात्रों की उम्र 25 साल है। वह बीटेक डिग्री हासिल करने के बाद एक-दो साल नौकरी करते हैं और उसे छोड़ मैनेजमेंट की पढ़ाई करने आ जाते हैं।

आईआईटी में मैनेजमेंट के छात्रों का कई वर्षों से प्लेसमेंट में 100 फीसदी रिकॉर्ड है। इसका बड़ा कारण है कि इंजीनियर मैनेजमेंट की डिग्री ले रहे हैं जिन्हें तकनीकी के साथ प्रबंधन का ज्ञान होता है। 21 फीसदी छात्रों ने दाखिला लेने से पहले 11 महीने तक नौकरी की थी। इसी तरह 45 फीसदी ने 23 माह, 25 फीसदी ने 35 माह तक और नौ फीसदी ने तीन साल या इससे अधिक नौकरी करने के बाद मैनेजमेंट की डिग्री लेने के लिए एडमिशन लिया है।
विशेषज्ञों के मुताबिक आईआईटी से मैनेजमेंट करने वालों में ज्यादातर छात्र हैं। आंकड़ों की बात करें तो इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले 92 फीसदी छात्र और आठ फीसदी छात्राओं ने मैनेजमेंट में दाखिला लिया है। इन्हें मुख्य रूप से मार्केटिंग, फाइनेंस, ऑपरेशन, आईटी, कंसलटिंग और एनालिटिक्स क्षेत्र में अच्छे पैकेज पर जॉब मिलती है।
दाखिला लेने वालों का आंकड़ा
बैकग्राउंड छात्र
कंप्यूटर साइंस 21 फीसदी
मैकेनिकल 21 फीसदी
इलेक्ट्रिकल 13 फीसदी
इलेक्ट्रॉनिक्स 20 फीसदी
अन्य सेक्टर 25 फीसदी
मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री वाले युवा अधिक करते हैं एमबीए
इंडस्ट्री अनुभव छात्र
आईटी इंडस्ट्री 15 फीसदी
कंसलटिंग इंडस्ट्री 15 फीसदी
मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री 40 फीसदी
एजुकेशन इंडस्ट्री 15 फीसदी
अन्य इंडस्ट्री 15 फीसदी
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