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किसानों का पांच दिवसीय महाकुंभ ’राष्ट्रीय कृषि मेला’ शुरू

रायपुर 24 जनवरी।छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के निकट जोरा में देश-विदेश के कृषि वैज्ञानिकों तथा विशेषज्ञों की उपस्थिति में आज से ‘राष्ट्रीय कृषि मेला’ शुरू हो गया।

विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने मेला स्थल के मुख्य मंच पर दीप प्रज्जवलित कर मेले का शुभारंभ किया।कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने समारोह की अध्यक्षता की।

अध्यक्ष श्री अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था कृषि पर आधारित है।छत्तीसगढ़ के लाखों परिवार खेती-किसानी और उससे जुड़े काम-धंधों में लगे हुए हैं। छत्तीसगढ़ के विकास के लिए खेती-किसानी को सुविधाजनक बनाना जरूरी है।श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में अनेक योजनाएं शुरू की है, जिनके उत्साहजनक नतीजे सामने आ रहे हैं।

श्री अग्रवाल ने विशेष रूप से किसानों को ब्याज मुक्त अल्पकालीन कृषि ऋण देने की सरकार की योजना की चर्चा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ देश का शायद ऐसा पहला राज्य है जिसने किसानों के लिए इतना बड़ा फैसला लिया है।उन्होने  राष्ट्रीय कृषि मेले की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से किसानों को खेती-किसानी के क्षेत्र में हो रहे नये अनुसंधानों और प्रयोगों के साथ-साथ नई कृषि तकनीक की जानकारी मिलती है। किसान ऐसे आयोजनों में पहुंचकर खेती-किसानी में नई सोच के साथ नये प्रयोग करने की प्रेरणा लेते हैं।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आज की जरूरत के अनुरूप देश-विदेश में खेती-किसानी के क्षेत्र में हो रहे नये प्रयोगों और नई तकनीक की जानकारी छत्तीसगढ़ के किसानों तक पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय कृषि मेले का आयोजन शुरू हुआ है। खेती-किसानी का काम जोखिम भरा होता है। नई सोच के साथ नवाचार करने से किसानों के जीवन में खुशहाली आएगी।

उन्होंने कहा कि किसानों को अब एकीकृत खेती का तरीका अपनाना होगा, जिसमें फल-फूलों की खेती के साथ-पशुपालन, मछलीपालन भी शामिल रहेगा। श्री अग्रवाल ने कहा कि जैविक खेती आज की जरूरत बन गई है। पानी के एक-एक बूंद का उपयोग कर अधिक से अधिक खेती-करने की नीति अपनानी होगी। इस दिशा में ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई की तकनीक को आशा के अनुरूप सफलता मिल रही है।

श्री अग्रवाल ने इस अवसर पर किसानों का आग्रह करते हुए कहा कि उन्हें फसल बीमा योजनाओं का लाभ जरूर लेना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के विशेष प्रयासों से किसानों को इस साल प्रति क्विंटल धान बोनस मिला है। अगले साल भी किसानों को बोनस का वितरण किया जाएगा। प्रदेश सरकार किसानों की सरकार है। राज्य सरकार ने कृषि लागत कम करने और किसानों का मुनाफा बढ़ाने अनेक योजनाएं शुरू की हैं। छत्तीसगढ़ में खेती को लाभदायक बनाने का प्रयास हो रहा है।